लखनऊ : जल निगम के कर्मचारियों को 4 माह से वेतन न मिलने को लेकर जल शक्ति विभाग के मंत्री का जो पत्र वायरल था उसको मंत्री की ओर से अधिकृत सूचना जारी करके फर्जी बताया गया है. मंत्री की ओर से जारी एक अन्य पत्र में पुराने पत्र को फ़र्ज़ी बताया गया है. साफ कहा गया है कि वायरल पत्र सही नहीं है. माना जा रहा है कि जल शक्ति विभाग में पहले भी एक पत्र की वजह से बहुत हंगामा मच चुका है, इसलिए इस बार इस पत्र को फर्जी ठहराकर मंत्री किसी भी तरह के विवाद से बचना चाहते हैं.
इससे पहले आज दोपहर एक पत्र वायरल हुआ था. जिसमें जल शक्ति राज्य मंत्री रामकेश निषाद (Minister of State for Jal Shakti Ramkesh Nishad) की ओर से उल्लेख था कि जलनिगम के हजारों कर्मचारी वेतन और पेंशन ना मिलने से परेशान हैं. उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जल्द से जल्द कर्मचारियों को उनका वेतन दिया जाए, अन्यथा कार्रवाई भी की जा सकती है. इससे पहले जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह और उनके अधिकारियों के खिलाफ भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए जल शक्ति विभाग (water power department) के दूसरे राज्य मंत्री दिनेश खटीक ने भी कुछ समय पहले पत्र लिखा था. इसके बाद विभाग में भारी हड़कंप मच गया था. दिनेश खटीक ने अपना इस्तीफा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भेज दिया था बाद में या पूरा मामला सुलट गया था.
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