लखनऊ : राजधानी के बख्शी का तालाब के उमरिया गांव में देर रात बिजली चोरी का अभियान चलाया गया. अभियान के दौरान बिजली चोरी पकड़ने पर उमरिया गांव में जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान ग्रामीणों पर लेसाकर्मियों को बंधक बनाकर पीटने का आरोप लगा है. घटना की सूचना मिलते ही जूनियर इंजीनियर और एसडीओ मौके पर पहुंचे, जिसके बाद बिजली कर्मियों को मुक्त कराया गया. वहीं बिजली विभाग ने आरोपियों के खिलाफ इटौंजा थाना में तहरीर दी है.
मिली जानकारी के अनुसार, बीकेटी डिवीजन के कुम्हरावां उपकेंद्र के अंतर्गत उमरिया गांव में केबल फॉल्ट हो गया था. लाइनमैन अनिल वर्मा के नेतृत्व में देर रात संविदाकर्मी जय सिंह, इंद्रजीत, शशांक शेखर, फूलचंद, रामदेव व ब्रजेश मौके पर पहुंचे. इस दौरान गांव के पास कटिया लगाकर ट्यूबवेल चलाया जा रहा था. बिजलीकर्मी अवैध कनेक्शन काटने लगे तो ग्रामीण भड़क गए और लेसा टीम को बंधक बना लिया. इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर कहासुनी और मारपीट हुई. हंगामे की सूचना मिलते ही जूनियर इंजीनियर विशाल मौके पर पहुंचे. उन्होंने सभी बिजलीकर्मियों को छुड़वाया. वहीं ग्रामीणों ने बिजलीकर्मियों पर अवैध वसूली का आरोप लगाया. जिसके बाद अधिशासी अभियंता रंजीत चौधरी ने इटौंजा थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी है.
यह भी पढ़ें : एलडीए की निशानदेही पर ईडी के फंदे में फंसा मुख्तार अंसारी
इटौंजा थाना प्रभारी रविन्द्र कुमार ने बताया कि बिजली विभाग के कर्मचारियों और ग्रामीणों की मारपीट का मामला देर रात थाने पर आया था. जिसके बाद बिजली विभाग के अधिशासी अभियंता रंजीत चौधरी ने मारपीट करने वाले आरोपियों के खिलाफ तहरीर दी थी. तहरीर के आधार पर आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. जल्द ही आरोपियों के खिलाफ पुलिस की तरफ से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
यह भी पढ़ें : ऊर्जा मंत्री ने ऑनलाइन की जनसुनवाई, किसान की फसल सूखने व परेशान करने पर जेई बर्खास्त