लखनऊः लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड पिछले कई वर्षों से घाटे में ही चल रहा था. लेकिन जबसे बस बेड़ों में एसी इलेक्ट्रिक बसों की फ्लीट जुड़नी शुरू हुई तब से यात्रियों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हुई. साधारण बस के किराए में वातानुकूलित यात्रा की सौगात मिलने से यात्री एसी बसों में खूब सफर कर रहे हैं. लिहाजा, लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड का लोड फैक्टर जबरदस्त तरीके से बढ़ा है. वहीं 43 फीसदी से ज्यादा का मुनाफा भी बढ़ा है.
मई 2019 की तुलना में माह मई 2022 में विभागीय आय में वृद्धि हुई है. लखनऊ सिटी ट्रान्सपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड की आय में नई (पीएमआई) इलेक्ट्रिक बसों की आय शामिल नहीं है. पीएमआई की 60 इलेक्ट्रिक बसों ने माह मई 2022 में 1.20 करोड़ रुपये की आय अर्जित की है. इस अवधि में क्रमशः मई 2019 में 7.99 लाख यात्रियों व मई 2022 में 17.91 लाख यात्रियों ने नगर बसों में यात्रा की है.
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क्या कहते हैं सिटी बस एमडी: लखनऊ सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड के एमडी पल्लव कुमार बोस का कहना है कि साधारण किराए पर एसी बसों में सफर करने की सुविधा यात्रियों को मिल रही है. जिसके चलते अप्रैल से मई माह का ही अगर आंकड़ा निकाला जाए तो 43 फीसदी लोड फैक्टर में बढ़ोत्तरी हुई है. आय में काफी इजाफा हुआ है. बड़ी संख्या में यात्री अब सिटी बस से सफर करना पसंद कर रहे हैं. अभी तक सिटी बस बेड़े में 105 बसें संचालित हो रही हैं, जल्द ही 17 और इलेक्ट्रिक एसी बसें फ्लीट में शामिल हो जाएंगी. जिससे यात्रियों को और भी सुविधा मिलेगी.
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