लखनऊ: वीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल में जल्द ही डीएनबी कोर्स शुरू होने वाला है. इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल को कई फायदे मिलेंगे जिसमें सबसे बड़ा फायदा यहां के चिकित्सीय कार्यवाही के लिए आ रहे जूनियर डॉक्टरों को मिलेगा. डीएनबी कोर्स के तहत ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायिनी डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट के पद पर दो डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है. एक लाइब्रेरियन भी एनआरएचएम से नियुक्त किया गया है.
क्या होता है डीएनबी कोर्स
डीएनबी तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स होता है. यह एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) के समकक्ष होता है. यह कोर्स मेडिकल कालेजों के अलावा कुछ बड़े प्राइवेट नर्सिंग होम में कराया जाता है. इस कोर्स को शुरु करने की अनुमति बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन देती है. पहले डीएनबी करने के बाद दो साल के लिए सीनियर रेजीडेंट बनना पड़ता था. इसके बाद ही असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए डॉक्टर पात्र हो पाते थे.
मरीजों को मिलेगा फायदा
डीएनबी कोर्स शुरू होने से यहां पर चिकित्सीय कार्यवाही कर रहे जूनियर डॉक्टरों को न केवल अच्छी तरह प्रशिक्षण मिल जाएगा बल्कि उन्हें सीनियर रेजिडेंट द्वारा काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा. इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल की क्राइटेरिया भी बढ़ाए जाएंगे जिससे अस्पताल की देखरेख में भी बढ़ोतरी होगी और इसका फायदा सीधे मरीजों को मिलेगा.
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डीएनबी कोर्स शुरू होने से अस्पताल में बनी लाइब्रेरी में ई जर्नल्स, ई बुक्स के कैटलॉग और तमाम ऐसी सुविधाएं भी मौजूद हो जाएंगी जो यहां पर चिकित्सीय कार्य करने आ रहे रेसिडेंट्स और अन्य डॉक्टरों के लिए सहायक साबित होंगी. इसके अलावा डीएनबी यूनिट की भी बेहतर रूप से देखभाल की जा सकेगी.