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लखनऊ: वीरांगना अवंतीबाई अस्पताल में शुरू होगा डीएनबी कोर्स, आएंगे सीनियर रेजिडेंट और लाइब्रेरियन

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जिला चिकित्सालय की महिला विंग वीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल में कुछ नए फेरबदल होने हैं. अस्पताल में किये जाने वाले फेरबदल चिकित्सा विद्यार्थियों के लिए एक बेहतर मुकाम पाने की नई सीढ़ी बन सकते हैं.

वीरांगना अवंतीबाई महिला अस्पताल.
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Published : Oct 10, 2019, 10:34 AM IST

लखनऊ: वीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल में जल्द ही डीएनबी कोर्स शुरू होने वाला है. इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल को कई फायदे मिलेंगे जिसमें सबसे बड़ा फायदा यहां के चिकित्सीय कार्यवाही के लिए आ रहे जूनियर डॉक्टरों को मिलेगा. डीएनबी कोर्स के तहत ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायिनी डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट के पद पर दो डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है. एक लाइब्रेरियन भी एनआरएचएम से नियुक्त किया गया है.

वीरांगना अवंतीबाई अस्पताल में शुरू होगा डीएनबी कोर्स.
जानें एसआईसी डॉ. नीरा जैन ने क्या बतायावीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल की एसआईसी डॉ.नीरा जैन कहती हैं कि इन कोर्सों के लिए हमने मांग की थी और हमारी मांगों पर विचार किया गया. एनआरएचएम द्वारा एक लाइब्रेरियन नियुक्त कर दिया गया है. इसके अलावा हमने भी दो रेजिडेंट का इंटरव्यू लिया है और शॉर्टलिस्ट कर रहे हैं.

क्या होता है डीएनबी कोर्स
डीएनबी तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स होता है. यह एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) के समकक्ष होता है. यह कोर्स मेडिकल कालेजों के अलावा कुछ बड़े प्राइवेट नर्सिंग होम में कराया जाता है. इस कोर्स को शुरु करने की अनुमति बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन देती है. पहले डीएनबी करने के बाद दो साल के लिए सीनियर रेजीडेंट बनना पड़ता था. इसके बाद ही असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए डॉक्टर पात्र हो पाते थे.

मरीजों को मिलेगा फायदा
डीएनबी कोर्स शुरू होने से यहां पर चिकित्सीय कार्यवाही कर रहे जूनियर डॉक्टरों को न केवल अच्छी तरह प्रशिक्षण मिल जाएगा बल्कि उन्हें सीनियर रेजिडेंट द्वारा काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा. इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल की क्राइटेरिया भी बढ़ाए जाएंगे जिससे अस्पताल की देखरेख में भी बढ़ोतरी होगी और इसका फायदा सीधे मरीजों को मिलेगा.

इसे भी पढ़ें- सुलतानपुर: फेसबुक पर भड़काऊ मेसेज करने वाले पर केस दर्ज

डीएनबी कोर्स शुरू होने से अस्पताल में बनी लाइब्रेरी में ई जर्नल्स, ई बुक्स के कैटलॉग और तमाम ऐसी सुविधाएं भी मौजूद हो जाएंगी जो यहां पर चिकित्सीय कार्य करने आ रहे रेसिडेंट्स और अन्य डॉक्टरों के लिए सहायक साबित होंगी. इसके अलावा डीएनबी यूनिट की भी बेहतर रूप से देखभाल की जा सकेगी.

लखनऊ: वीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल में जल्द ही डीएनबी कोर्स शुरू होने वाला है. इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल को कई फायदे मिलेंगे जिसमें सबसे बड़ा फायदा यहां के चिकित्सीय कार्यवाही के लिए आ रहे जूनियर डॉक्टरों को मिलेगा. डीएनबी कोर्स के तहत ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायिनी डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट के पद पर दो डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है. एक लाइब्रेरियन भी एनआरएचएम से नियुक्त किया गया है.

वीरांगना अवंतीबाई अस्पताल में शुरू होगा डीएनबी कोर्स.
जानें एसआईसी डॉ. नीरा जैन ने क्या बतायावीरांगना अवंती बाई महिला अस्पताल की एसआईसी डॉ.नीरा जैन कहती हैं कि इन कोर्सों के लिए हमने मांग की थी और हमारी मांगों पर विचार किया गया. एनआरएचएम द्वारा एक लाइब्रेरियन नियुक्त कर दिया गया है. इसके अलावा हमने भी दो रेजिडेंट का इंटरव्यू लिया है और शॉर्टलिस्ट कर रहे हैं.

क्या होता है डीएनबी कोर्स
डीएनबी तीन साल का पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स होता है. यह एमडी (डॉक्टर ऑफ मेडिसिन) के समकक्ष होता है. यह कोर्स मेडिकल कालेजों के अलावा कुछ बड़े प्राइवेट नर्सिंग होम में कराया जाता है. इस कोर्स को शुरु करने की अनुमति बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन देती है. पहले डीएनबी करने के बाद दो साल के लिए सीनियर रेजीडेंट बनना पड़ता था. इसके बाद ही असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए डॉक्टर पात्र हो पाते थे.

मरीजों को मिलेगा फायदा
डीएनबी कोर्स शुरू होने से यहां पर चिकित्सीय कार्यवाही कर रहे जूनियर डॉक्टरों को न केवल अच्छी तरह प्रशिक्षण मिल जाएगा बल्कि उन्हें सीनियर रेजिडेंट द्वारा काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा. इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल की क्राइटेरिया भी बढ़ाए जाएंगे जिससे अस्पताल की देखरेख में भी बढ़ोतरी होगी और इसका फायदा सीधे मरीजों को मिलेगा.

इसे भी पढ़ें- सुलतानपुर: फेसबुक पर भड़काऊ मेसेज करने वाले पर केस दर्ज

डीएनबी कोर्स शुरू होने से अस्पताल में बनी लाइब्रेरी में ई जर्नल्स, ई बुक्स के कैटलॉग और तमाम ऐसी सुविधाएं भी मौजूद हो जाएंगी जो यहां पर चिकित्सीय कार्य करने आ रहे रेसिडेंट्स और अन्य डॉक्टरों के लिए सहायक साबित होंगी. इसके अलावा डीएनबी यूनिट की भी बेहतर रूप से देखभाल की जा सकेगी.

Intro:लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में जिला चिकित्सालय की महिला विंग वीरांगना रानी अवंती बाई महिला चिकित्सालय में कुछ नए फेरबदल होने को तैयार है खास बात यह है कि यहां फेरबदल चिकित्सा विद्यार्थियों के लिए एक बेहतर मुकाम पाने की नई सीढ़ी बन सकते हैं। वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय में जल्द ही डीएनबी कोर्स शुरू होने जा रहे हैं जिसके तहत वहां भर्तियां भी शुरू हो गई हैं।


Body:वीओ1 वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय की एस आई सी डॉ नीरा जैन ने बताया कि अस्पताल में जल्द ही डीएनबी कोर्स शुरू होने वाला है इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल को कई फायदे मिलेंगे इन सभी में सबसे बड़ा फायदा यहां के चिकित्सीय कार्यवाही के लिए आ रहे जूनियर डॉक्टरों को मिलेगा। डीएनबी कोर्स के तहत ऑब्सटेट्रिक्स एंड गायिनी डिपार्टमेंट में सीनियर रेजिडेंट के पद पर दो डॉक्टरों की नियुक्ति की जा रही है। वहीं एक लाइब्रेरियन भी एनआरएचएम से नियुक्त किया गया है डॉ जैन कहती हैं कि इन कोर्सों के लिए हमने मांग की थी और यह हमारे लिए बेहद खुशी की बात है कि इन मांगों पर विचार किया गया है और एनआरएचएम द्वारा एक लाइब्रेरियन नियुक्त कर दिया गया है। इसके अलावा हमने भी दो रेजिडेंट का इंटरव्यू लिया है और शॉर्टलिस्ट कर रहे हैं। डॉ जैन के अनुसार डीएनबी कोर्स शुरू होने से यहां पर चिकित्सीय कार्यवाही कर रहे जूनियर डॉक्टरों को न केवल अच्छी तरह प्रशिक्षण मिल जाएगा बल्कि उन्हें सीनियर रेजिडेंट द्वारा काफी कुछ नया सीखने को मिलेगा। इसके अलावा अस्पताल की बात की जाए तो इस कोर्स के शुरू होने से अस्पताल की क्राइटेरिया भी बढ़ाए जाएंगे जिससे अस्पताल की देखरेख में भी बढ़ोतरी होगी और इसका फायदा सीधे मरीजों को मिलेगा।


Conclusion:जैन ने बताया कि डीएनबी कोर्स शुरू होने से अस्पताल में बनी लाइब्रेरी में ई जर्नल्स, e-books के कैटलॉग और तमाम ऐसी सुविधाएं भी मौजूद हो जाएंगी जो यहां पर चिकित्सीय कार्य करने आ रहे रेसिडेंट्स और अन्य डॉक्टरों के लिए सहायक साबित होंगी। इसके अलावा डीएनबी यूनिट की भी बेहतर रूप से देखभाल की जा सकेगी। बाइट- डॉ नीरा जैन, एसआईसी, वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय लखनऊ रामांशी मिश्रा
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