लखनऊ: देश में बाल वैज्ञानिकों की तलाश के लिए केंद्र सरकार की तरफ से इंस्पायर अवार्ड की शुरुआत की गई. अभी तक बेहतर प्रदर्शन करने वाले उत्तर प्रदेश में, अब बाल वैज्ञानिक नहीं मिल रहे हैं. अभी तक सिर्फ 11456 छात्र-छात्राओं की तरफ से ही नामांकन कराया गया है. जबकि प्रदेश के हर स्कूल से कक्षा 6 से 10 तक के छात्र-छात्राओं के लिए पंजीकरण कराने की व्यवस्था है. इस योजना के तहत केंद्र सरकार की तरफ से बच्चों को अनुदान दिया जाता है. इसकी मदद से उन्हें अपना विज्ञान का मॉडल प्रस्तुत करना होता है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि माध्यमिक शिक्षा निदेशक की तरफ से लगातार निर्देशों के बावजूद कई जिलों के जिला विद्यालय निरीक्षकों की तरफ से उपयुक्त कदम ना उठाए जाने के कारण यह स्थिति है.
देशभर के माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 6 से 10 तक के छात्र-छात्राओं की नई सोच को एक मंच देने के लिए इंस्पायर अवार्ड की शुरुआत की गई थी. इसमें उत्तर प्रदेश की स्थिति बेहद खराब है. उत्तर प्रदेश खिसक कर 12वें पायदान पर पहुंच गया है. अभी तक करीब 11,456 नामांकन ही उत्तर प्रदेश से हुए हैं. सर्वाधिक एक लाख से ज्यादा नामांकन राजस्थान से हुए हैं. उसके बाद कर्नाटक, छत्तीसगढ़, बिहार और उड़ीसा का नंबर आता है. मंडलीय विज्ञान अधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश की स्थिति पहले काफी बेहतर रही है. सबसे खराब स्थिति यह है कि उत्तर प्रदेश के एक भी जिले को देश के उन 50 जिलों की श्रेणी में नहीं रखा जा सका है, जिनमें नए नामांकन हुए हैं.
ये हैं यूपी के 10 सबसे फिसड्डी जिले: जौनपुर से अभी तक सिर्फ एक बच्चे का इंस्पायर अवार्ड के लिए नामांकन हुआ है. श्रावस्ती और कुशीनगर से सिर्फ 5-5 बाल वैज्ञानिकों के नामांकन कराए गए हैं. सिद्धार्थ नगर से नौ, रायबरेली से 11, सुलतानपुर से 12, कौशांबी से 17, मऊ से 19, शाहजहांपुर से 21, मिर्जापुर से 23 नामांकन ही हुए हैं. चंदौली, बदायूं और संतकबीरनगर से 25-25 बच्चों का नामांकन इंस्पायर अवार्ड योजना के लिए कराया गया है.
यह हैं यूपी के टॉप 10 जिले: इंस्पायर अवार्ड योजना के लिए बच्चों का नामांकन कराने में हरदोई सबसे आगे है. यहां से अब तक 1,704 बच्चों के नामांकन कराए जा चुके हैं. कानपुर देहात से 701, मुरादाबाद से 609, बाराबंकी से 509, बुलंदशहर से 472, मुजफ्फरनगर से 360, गाजियाबाद से 357, इटावा से 347, लखनऊ से 313 और मैनपुरी से 289 नामांकन किए गए हैं.
यह है लखनऊ मण्डल के 6 जिलों का हाल
- हरदोई-1704
- लखनऊ-313
- लखीमपुर खीरी-150
- उन्नाव-120
- सीतापुर-40
- रायबरेली-11
स्कूल ऐसे करा सकते हैं नामांकन
जिन स्कूलों की स्कूल आईडी बनी है, वहां नामांकन शुरू करने से पहले लैपटॉप या डेस्कटॉप के स्क्रीन पर शिक्षक के सामने निम्न सूचनाएं होनी चाहिए. इनसे केवल 5 मिनट में छात्र का नामांकन हो जाएगा. निम्न विवरण की आवश्यकता होगी.
- नाम
- पिता का नाम
- माता का नाम
- जन्म तिथि
- जाति वर्ग
- आधार कार्ड का नम्बर
- बैंक खाता नम्बर
- बैंक ब्रांच का पता
- बैंक का IFSC कोड
- प्रोजेक्ट की टाइटल
- प्रोजेक्ट के राइट अप की पीडीएफ फाइल (2 MB तक)
- छात्र की JPEG इमेज पासपोर्ट साइज (100 KB से कम)
शिक्षक ध्यान दें कि मोबाइल फोन से नामांकन करने का प्रयास न करें.