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मतदान के दिन चैनलों पर प्रसारित हुआ सीएम योगी का इंटरव्यू, कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से की शिकायत - Organization General Secretary

चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और मतदान के दिन पीएम मोदी और सीएम योगी के इंटरव्यू के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग से मिला. कांग्रेस के संगठन महासचिव दिनेश सिंह ने कहा कि देश में सरकारी संस्थाएं दोहरा रवैया अपना रही हैं.

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कांग्रेस ने निर्वाचन आयोग से की शिकायत
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Published : Feb 14, 2022, 10:51 PM IST

Updated : Feb 14, 2022, 11:05 PM IST

लखनऊ: चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और मतदान के दिन पीएम मोदी और सीएम योगी के इंटरव्यू के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग से मिला. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए पत्र में कहा है कि दूसरे चरण के मतदान के दिन सीएम योगी का आधे घंटे का इंटरव्यू समाचार एजेंसी पर प्रसारित किया गया, जो तमाम न्यूज चैनलों ने लगातार प्रसारित किया, जबकि मतदान प्रक्रिया चालू थी. ऐसा ही 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान के दौरान हुआ, जब नौ फरवरी की रात्रि में पीएम मोदी ने इंटरव्यू दिया और 10 फरवरी को भी चैनलों ने लगातार उसे प्रसारित किया.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और पूर्व विधायक सतीश अजमानी, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव शिव पांडेय और विधि विभाग के उपाध्यक्ष मो.अनस खान ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है.



कांग्रेस के संगठन महासचिव दिनेश सिंह ने कहा कि देश में सरकारी संस्थाएं दोहरा रवैया अपना रही हैं. यही चुनाव आयोग है, जिसने गुजरात चुनाव के वक्त राहुल गांधी के इंटरव्यू को चैनल पर टेलीकास्ट करने से रोक दिया था. तब चुनाव आयोग को जिस ‘जन प्रतिनिधित्व कानून 1951‘ की धाराएं याद आ रही थीं, अब उसी कानून की उन्हीं धाराओं को उसने ठंडे बस्ते में डाल दिया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया इंटरव्यू और उसका प्रसारण चुनाव आचार संहिता की परिधि में आता है, लेकिन 2017 में राहुल गांधी के इंटरव्यू को रोकने वाला चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मतदान से एक दिन पहले और मतदान के दिन योगी-मोदी द्वारा अखबारों, चैनलों को दिए जा रहे साक्षात्कार पर सो रहा है.

उन्होंने कहा कि हमने आयोग से आग्रह किया है कि आचार संहिता को देखते हुए सीएम योगी के इंटरव्यू के प्रसारण पर तत्काल रोक लगाते हुए इस संबंध में कार्रवाई कर चुनाव की निष्पक्षता और सुचिता को बनाए रखें. प्रदेश कांग्रेस संगठन महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत देश के पांच राज्यों में दूसरे चरण का मतदान शुरू होने के कुछ ही मिनटों के अंदर कई टीवी चैनलों पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का इंटरव्यू लाइव दिखाया जाने लगा. इस इंटरव्यू में सीएम योगी ने सांप्रदायिक दंगों, धार्मिक उन्माद, हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को लेकर बात की.

इसे भी पढ़ेंः विधायक धीरज ओझा ने किया चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन, वीडियो बनाने पर समर्थकों ने की पत्रकारों से मारपीट


उन्होंने कहा कि हिजाब का मामला जो कि अभी कोर्ट में सुनवाई के अधीन है उस पर भी सीएम योगी ने आपत्तिजनक टिप्पणियां की. उनके बोल थे 'क्या मैं उत्तर प्रदेश के अंदर सभी कर्मचारियों को या सभी लोगों को बोल सकता हूं कि आप भी भगवा धारण करें? स्कूल में ड्रेस कोड लागू होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नफरत की राजनीति करने वाली भाजपा ने उत्तर प्रदेश को विकास के नाम पर जीरो दिया है. पोस्टर, बैनर और विज्ञापनों में सरकार अपने झूठे दावे कर जनता को गुमराह कर रही है, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि योगीराज में महिला, किसान, नौजवान सब परेशान हैं.

इस सरकार में दलितों और महिलाओं का उत्पीड़न हुआ, किसानों को अपनी फसलें औने-पौने दामों में बेचनी पड़ी, डीजल के दामों से किसान परेशान हैं, खाद की किल्लत इस सरकार में सबसे ज्यादा रही है. बेरोजगारी के मामले में उत्तर प्रदेश का बुरा हाल है, भर्तियां रद्द हो रही हैं, पेपर लीक हो रहे हैं, लेकिन योगी अपने झूठे विज्ञापनों के सहारे यह जताने में लगी हुई है कि प्रदेश में सब ठीक है.

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लखनऊ: चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन और मतदान के दिन पीएम मोदी और सीएम योगी के इंटरव्यू के प्रसारण पर रोक लगाने की मांग को लेकर कांग्रेस पार्टी का प्रतिनिधिमंडल सोमवार को चुनाव आयोग से मिला. कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को दिए पत्र में कहा है कि दूसरे चरण के मतदान के दिन सीएम योगी का आधे घंटे का इंटरव्यू समाचार एजेंसी पर प्रसारित किया गया, जो तमाम न्यूज चैनलों ने लगातार प्रसारित किया, जबकि मतदान प्रक्रिया चालू थी. ऐसा ही 10 फरवरी को पहले चरण के मतदान के दौरान हुआ, जब नौ फरवरी की रात्रि में पीएम मोदी ने इंटरव्यू दिया और 10 फरवरी को भी चैनलों ने लगातार उसे प्रसारित किया.
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष और पूर्व विधायक सतीश अजमानी, प्रदेश कांग्रेस के महासचिव शिव पांडेय और विधि विभाग के उपाध्यक्ष मो.अनस खान ने चुनाव आयोग से शिकायत कर कार्रवाई करने की मांग की है.



कांग्रेस के संगठन महासचिव दिनेश सिंह ने कहा कि देश में सरकारी संस्थाएं दोहरा रवैया अपना रही हैं. यही चुनाव आयोग है, जिसने गुजरात चुनाव के वक्त राहुल गांधी के इंटरव्यू को चैनल पर टेलीकास्ट करने से रोक दिया था. तब चुनाव आयोग को जिस ‘जन प्रतिनिधित्व कानून 1951‘ की धाराएं याद आ रही थीं, अब उसी कानून की उन्हीं धाराओं को उसने ठंडे बस्ते में डाल दिया है. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा दिया गया इंटरव्यू और उसका प्रसारण चुनाव आचार संहिता की परिधि में आता है, लेकिन 2017 में राहुल गांधी के इंटरव्यू को रोकने वाला चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में मतदान से एक दिन पहले और मतदान के दिन योगी-मोदी द्वारा अखबारों, चैनलों को दिए जा रहे साक्षात्कार पर सो रहा है.

उन्होंने कहा कि हमने आयोग से आग्रह किया है कि आचार संहिता को देखते हुए सीएम योगी के इंटरव्यू के प्रसारण पर तत्काल रोक लगाते हुए इस संबंध में कार्रवाई कर चुनाव की निष्पक्षता और सुचिता को बनाए रखें. प्रदेश कांग्रेस संगठन महासचिव ने कहा कि उत्तर प्रदेश समेत देश के पांच राज्यों में दूसरे चरण का मतदान शुरू होने के कुछ ही मिनटों के अंदर कई टीवी चैनलों पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ का इंटरव्यू लाइव दिखाया जाने लगा. इस इंटरव्यू में सीएम योगी ने सांप्रदायिक दंगों, धार्मिक उन्माद, हिंदू-मुस्लिम ध्रुवीकरण को लेकर बात की.

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उन्होंने कहा कि हिजाब का मामला जो कि अभी कोर्ट में सुनवाई के अधीन है उस पर भी सीएम योगी ने आपत्तिजनक टिप्पणियां की. उनके बोल थे 'क्या मैं उत्तर प्रदेश के अंदर सभी कर्मचारियों को या सभी लोगों को बोल सकता हूं कि आप भी भगवा धारण करें? स्कूल में ड्रेस कोड लागू होना चाहिए. उन्होंने कहा कि नफरत की राजनीति करने वाली भाजपा ने उत्तर प्रदेश को विकास के नाम पर जीरो दिया है. पोस्टर, बैनर और विज्ञापनों में सरकार अपने झूठे दावे कर जनता को गुमराह कर रही है, लेकिन जमीनी सच्चाई यह है कि योगीराज में महिला, किसान, नौजवान सब परेशान हैं.

इस सरकार में दलितों और महिलाओं का उत्पीड़न हुआ, किसानों को अपनी फसलें औने-पौने दामों में बेचनी पड़ी, डीजल के दामों से किसान परेशान हैं, खाद की किल्लत इस सरकार में सबसे ज्यादा रही है. बेरोजगारी के मामले में उत्तर प्रदेश का बुरा हाल है, भर्तियां रद्द हो रही हैं, पेपर लीक हो रहे हैं, लेकिन योगी अपने झूठे विज्ञापनों के सहारे यह जताने में लगी हुई है कि प्रदेश में सब ठीक है.

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Last Updated : Feb 14, 2022, 11:05 PM IST
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