लखनऊ: गोमती नगर (gomti nagar) के विभूति खंड के कमर्शियल भूखंड को बेचने में फर्जीवाड़ा सामने आया है. दो करोड़ रुपये के एक भूखंड को फर्जी तरीके से दूसरे को बेच दिया गया. इतना ही नहीं, एलडीए (lucknow development authority) ने नक्शा भी पास कर दिया था. अब यहां इमारत भी बनकर तैयार हो चुकी है. रजिस्ट्रार कार्यालय से करायी गयी जांच में पता चला कि रजिस्ट्री व हस्ताक्षर ही फर्जी हैं. एलडीए फर्जीवाड़ा उजागर होने के बाद दोषियों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराने की तैयारी कर रहा है.
एलडीए के आवासीय व व्यावसायिक भूखंड़ों की फर्जी तरीके से खरीद-फरोख्त के मामले सामने आ रहे हैं. भूखंड संख्या विभूति खंड के 3/43 (112 वर्ग मीटर) वाणिज्य भूखंड, 1/76 बी विनीत खंड (162 वर्ग मीटर) और 1/2 बी विक्रांत खंड (300 वर्ग मीटर) की जांच में कई कमियां मिलीं. एलडीए सचिव पवन गंगवार ने बताया कि उन्होंने जांच कराई थी.
विभूति खंड के भूखंड की जांच में प्रथम दृष्टया हेरफेर करके रजिस्ट्री बाहर ही बाहर करने की बात सामने आ रही है. दूसरे भूखंडों की अभी जांच चल रही है. पूर्व अफसरों, योजना सहायकों व दलालों की सांठगांठ से नक्शा भी पास कर दिया गया. मौके पर बिल्डिंग भी बनकर तैयार हो गई. इस भूखंड के अलावा वहीं 11 अन्य आवासीय व व्यावसायिक भूखंड में भी रजिस्ट्री फर्जी होने की जांच चल रही है. कुछ में हस्ताक्षर गलत बताए जा रहे हैं.
इनमें विभूति खंड में 3/106,72 वर्ग मीटर, 3/43, 112 वर्ग मीटर, विपुल खंड में भूखंड संख्या 2/237 ई 112 वर्ग मीटर, विक्रांत खंड में 2/1 बी 300 वर्ग मीटर, 1/76 बी विनीत खंड (162 वर्ग मीटर), विपुल खंड में भूखंड संख्या 6/24ए एमआइजी मकान, विराम खंड में भूखंड संख्या 4/80 , 300 वर्ग मीटर, विकल्प खंड में 1/10 एच, 3/88 विशेष खंड में 200 वर्ग मीटर, 1/240 विराम खंड में 300 वर्ग मीटर, फेस वन 3/222 ए विनम्र खंड, 3/362 विकल्प खंड में 200 वर्ग मीटर भी जांच के घेरे में हैं.