लखनऊ: कई मामलों में ऐसा देखा जाता है कि जनप्रतिनिधि जनता की शिकायतों को अनसुना करते हैं. समस्या का निवारण करना तो दूर की बात है, वे जनता की बातों की सुध तक नहीं लेते, लेकिन अब मामला थोड़ा अलग है. जिलों में तैनात पुलिस और प्रशासन के अधिकारी जनप्रतिनिधियों के फोन का जवाब नहीं दे रहे हैं. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी यदि जनप्रतिनिधियों के साथ ही ऐसा व्यवहार कर रहे हैं तो आम जनता के लिए उनकी प्राथमिकता क्या होगी इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.
हालांकि, शासन स्तर पर इन अफसरों को कई बार सख्त चेतावनी दी गई है. बावजूद इसके अधिकारी बेपरवाह है. जिसके चलते जनप्रतिनिधियों ने अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पुलिस और प्रशासन के अधिकारीयों की शिकायत की है. इस मामले को गहनता से लेते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों के खिलाफ सख्त दिशा निर्देश दिए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस और प्रशासन के अफसरों को सख्त निर्देश दिए हैं कि आम जनता और जनप्रतिनिधियों के फोन अधिकारी हर हाल में उठाएं. फोन न उठाने की स्थिति आपत्तिजनक है और इसमें अगर सुधार नहीं हुआ तो अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी, जिसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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इसके साथ ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चीफ सेक्रेटरी व डीजीपी को भी निर्देशित किया है कि अपने स्तर से पुलिस और प्रशासन से जुड़े अफसरों को शासनादेश के माध्यम से जनप्रतिनिधियों व आम नागरिकों के फोन उठाना सुनिश्चित कराएं. अगर इस स्थिति में सुधार नहीं हुआ तो फिर भविष्य में कार्रवाई की जाएगी.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि पुलिस और प्रशासन के अधिकारी जनता और जनप्रतिनिधियों के साथ समन्वय को और बेहतर बनाने की दिशा में काम करें. जिससे पुलिस के प्रति आम जनमानस में विश्वास और मजबूत हो सके. सुरक्षाकर्मियों के साथ-साथ पुलिस अधिकारी भी भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में पेट्रोलिंग को अपनी नियमित दिनचर्या का हिस्सा बनाएं. इस संबंध में अधिकारी नियमित रूप से काम करें.
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