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सीएम ने नाग पंचमी पर प्रदेशवासियों को दी बधाई

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाग पंचमी के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि नाग पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से चला आ रहा है.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ
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Published : Aug 1, 2022, 10:32 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाग पंचमी के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. जारी एक सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जीव-जन्तु, वृक्ष-वनस्पति सभी के साथ आत्मीय सम्बन्ध जोड़ने की समृद्ध एवं प्राचीन परम्परा है. नाग पंचमी का पर्व प्रकृति के साथ हमारे इस जुड़ाव का प्रतीक है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाग पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से चला आ रहा है. हमारे धर्मशास्त्रों में नाग जागृत कुण्डलिनी शक्ति का प्रतीक है. सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु शेषनाग पर ही शयन करते हैं. शेषनाग छत्र बनकर उन्हें छाया प्रदान करते हैं. ज्ञान और मोक्ष के प्रदाता भगवान शिव के आभूषण ही सर्प हैं. सावन में भगवान शिव के पूजन का विशेष महत्व है. श्रावण मास में नाग पंचमी भगवान शिव संग नागों की पूजा के लिए प्रसिद्ध है.

इसे भी पढ़ें : मंत्रियों के प्रभार वाले मंडल बदले, जानिए किसे कौन से मंडल और जिले की मिली जिम्मेदारी?
मुख्यमंत्री ने कहा कि शक्ति के प्रतीक नाग पंचमी के पर्व पर हमारे समाज में पारम्परिक रूप से कुश्ती आदि खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. जिसमें जनता उत्साह के साथ प्रतिभाग करती है. उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए नाग पंचमी का पर्व मनाने की अपील की है.

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नाग पंचमी के पर्व पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दीं. जारी एक सन्देश में मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय संस्कृति में जीव-जन्तु, वृक्ष-वनस्पति सभी के साथ आत्मीय सम्बन्ध जोड़ने की समृद्ध एवं प्राचीन परम्परा है. नाग पंचमी का पर्व प्रकृति के साथ हमारे इस जुड़ाव का प्रतीक है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि नाग पूजा का प्रचलन प्राचीन काल से चला आ रहा है. हमारे धर्मशास्त्रों में नाग जागृत कुण्डलिनी शक्ति का प्रतीक है. सृष्टि के पालनकर्ता भगवान विष्णु शेषनाग पर ही शयन करते हैं. शेषनाग छत्र बनकर उन्हें छाया प्रदान करते हैं. ज्ञान और मोक्ष के प्रदाता भगवान शिव के आभूषण ही सर्प हैं. सावन में भगवान शिव के पूजन का विशेष महत्व है. श्रावण मास में नाग पंचमी भगवान शिव संग नागों की पूजा के लिए प्रसिद्ध है.

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मुख्यमंत्री ने कहा कि शक्ति के प्रतीक नाग पंचमी के पर्व पर हमारे समाज में पारम्परिक रूप से कुश्ती आदि खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाता है. जिसमें जनता उत्साह के साथ प्रतिभाग करती है. उन्होंने लोगों से कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत सभी सावधानियां बरतते हुए नाग पंचमी का पर्व मनाने की अपील की है.

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