लखनऊ: कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता 'नन्दी' ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस-वे इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी (Uttar Pradesh Expressways Industrial Development Authority) के अधिकारियों के साथ बैठक की.
इस बैठक में अगले 100 दिन का एजेंडा तय किया गया. उन्होंने बताया कि मई के अंतिम या जून के पहले सप्ताह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का लोकार्पण करेंगे.
अपर मुख्य सचिव गृह और यूपीडा मुख्य कार्यपालक अधिकारी अवनीश अवस्थी ने बताया कि पहली एक्सप्रेस वे यमुना एक्सप्रेस वे है, जिसे आगरा से नोएडा तक यमुना अथॉरिटी के जरिए बनाया गया है. दूसरा एक्सप्रेस वे आगरा लखनऊ एक्सप्रेस वे है, जिसके टोल का ग्रोथ 40 प्रतिशत है.
अपर मुख्य सचिव/ मुख्य कार्यपालक अधिकारी यूपीडा अवनीश अवस्थी ने बताया कि पूर्वांचल एक्सप्रेस वे जो लखनऊ से गाजीपुर तक बनाया गया है, वो चालू हो गया है. इस पर 1 अप्रैल से रोडवेज की बसों का संचालन शुरू हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे फरवरी 2020 में काम शुरू हुआ था. 25 महीने में बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे के निर्माण का 91.06 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है. मई के अन्तिम सप्ताह या फिर जून के प्रथम सप्ताह में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे का प्रधानमंत्री उद्घाटन करेंगे.
मेरठ से प्रयागराज तक गंगा एक्सप्रेस वे बन रही है. गंगा एक्सप्रेस वे के लिए नवम्बर में एमओयू साइन किया गया है, जिसका शिलान्यास हो चुका है. मंत्री नंदी ने कहा कि दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस-वे, गंगा एक्सप्रेस-वे के करीब है.
इसे जोड़ने का काम किया जाए. गंगा एक्सप्रेस वे को प्रयागराज से बढ़ाते हुए वाराणसी तक जोड़ने के लिए प्रस्ताव और डीपीआर बनाया जाए. अगर प्रयागराज भी बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे से कनेक्ट हो जाएगा, तो लोगों को काफी सहूलियत होगी.
गंगा नहाने के बाद चित्रकूट दर्शन करने में लोगों को आसानी होगी. नंदी ने डीपीआर कंसल्टेंट नियुक्त करके भरतकूप के पास से प्रयागराज को कनेक्ट करने का काम शुरू करने का आदेश दिए.
उन्होंने कहा कि निर्माणाधीन परियोजनाओं का समय सीमा में तेजी से काम पूरा किया जाए और निर्माण कार्य में गुणवत्ता के साथ कोई भी समझौता न किया जाए.
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