लखनऊ: उत्तर प्रदेश में राजनीतिक पार्टियां किसी भी मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने से चूक नहीं रही हैं. अब बीएसपी अध्यक्ष मायावती ने पंचायत चुनाव के दौरान लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ हुई बदसलूकी को लेकर सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. उन्होंने चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गांव में दलितों के उत्पीड़न को लेकर भी सरकार पर सवाल खड़े किये हैं.
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2. और अब आज़मगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गाँव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न आदि करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? व दुःख यह भी है कि अभी भी केन्द्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय।
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— Mayawati (@Mayawati) July 10, 20212. और अब आज़मगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गाँव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न आदि करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? व दुःख यह भी है कि अभी भी केन्द्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय।
— Mayawati (@Mayawati) July 10, 2021
मायावती ने अपने पहले ट्वीट में लिखा है कि यूपी में वर्तमान भाजपा सरकार में भी कानून का नहीं बल्कि जंगलराज चल रहा है, जिसके तहत यहां पंचायत चुनाव में हुई असंख्य हिंसा व लखीमपुर खीरी की एक महिला के साथ की गई बदसलूकी भी अति-शर्मनाक. क्या यही इनका कानून का राज व लोकतन्त्र है? यह सोचने की बात है.
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वहीं मायावती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा कि अब आज़मगढ़ जिले की तरह चन्दौली जिले के बर्थरा खुर्द गांव में भी दलितों के घरों को दबंगों द्वारा उजाड़ना व उत्पीड़न आदि करना क्या यही इनका दलित प्रेम है? व दुःख यह भी है कि अब भी केन्द्र व यूपी सरकार के दलित मंत्री चुप हैं, क्यों? यह अति-चिन्तनीय है.
वर्ष 2022 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं. यही वजह है कि सभी राजनीतिक दल हर मुद्दे पर योगी सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं.