लखनऊ: कश्मीर पंडितों पर बर्बरता और उनके सामूहिक पलायन पर बनी फिल्म द कश्मीर फाइल्स (The Kashmir Files) इस वक्त देश में चर्चा का विषय बनी हुई है. सिनेमाघरों में फिल्म को देखने वालों की कतारें लगी हुई हैं. फिल्म की तारीफ खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के कार्यवाहक मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कर चुके हैं.
फिल्म देखने के बाद कश्मीरी पंडितों की घर वापसी और उन पर बर्बरता करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर आवाज उठने लगी हैं. लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में मुस्लिम कारसेवक मंच के अध्यक्ष आजम खान ने सोमवार को कश्मीरी पंडितों पर बर्बरता करने वालों और संगठनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए शिकायती पत्र दिया.
इसे भी पढ़ेंः यूपी के कुशीनगर में कश्मीर फाइल्स फिल्म देखने के दौरान विवाद : 3 लोगों को चाकू से गोदने वाला एक आरोपी गिरफ्तार
मुस्लिम कारसेवक मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुंवर मो. आजम खान ने अपने शिकायती पत्र में कहा है कि द कश्मीर फाइल्स सत्य घटनाओं पर आधारित फिल्म है. इसमें पाकिस्तानी समर्थक और आतंकवादी कश्मीरी मुसलमानों ने कश्मीरी पंडितों का कत्लेआम किया और उनकी मां-बहनों की इज्जत लूटी थी. ये जघन्य हत्याकांड सुनियोजित ढंग से किया गया था, इसलिए इस बर्बर वारदात के पीछे जिन लोगों और संगठनों का हाथ था, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए.
आजम ने कहा कि मैं खुद मुसलमान हैं और जब लोग मुझसे पूछते हैं कि तुम भी तो उसी कौम के हो जिन्होंने कश्मीरी पंडितों का नरसंहार किया था, तो मैं शर्मिंदा हो जाता हूं. मैं नरसंहार करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाना चाहता हूं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप