लखनऊ: उत्तरप्रदेश में 2022 में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में महत्वाकांक्षी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने का खाका खींच लिया गया है. खासकर कम आय वर्ग के लोगों को योजना का लाभ देने के लिए स्वास्थ्य कर्मियों को घर-घर भेजकर आयुष्मान कार्ड बनाए जाएंगे. इसके लिए आज से 'आयुष्मान आपके द्वार' कार्यक्रम का दूसरा चरण शुरू होगा.
यूपी में 1.18 करोड़ परिवार आयुष्मान योजना से जुड़े हैं. इन परिवारों में करीब छह करोड़ सदस्य हैं. योजना के तहत सरकारी व निजी अस्पतालों में पांच लाख तक का इलाज मुफ्त है. मगर, बड़ी तादाद में शामिल परिवार के सदस्य अभी योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं.
इसके लिए आज से 30 सितम्बर तक गांवों में अभियान चलाकर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड मुहैया कराने का आदेश दिया गया है. स्टेट हेल्थ एजेंसी की सीईओ संगीता सिंह के मुताबिक घर-घर टीम जाकर लाभार्थी लिस्ट में शामिल लोगों के कार्ड बनाएगी. इसके लिए परिवार में एक कार्ड बनाने पर 5 रुपये व दो कार्ड बनने पर अधिकतम 10 रुपये दिए जाएंगे.
आयुष्मान में अभी करीब 1574 पैकेज हैं. इसमें ट्रांसप्लांट योजना अभी शामिल नहीं है. ऐसे में मुख्यमंत्री ने किडनी व कार्नियल ट्रांसप्लांट जोड़ने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा ब्लैक फंगस का इलाज भी शामिल करने का सुझाव दिया है.
आयुष्मान योजना के अलावा अंत्योदय कार्ड धारक को भी यह लाभ मिलेगा. अभी तक बीपीएल कार्ड धारक को आरोग्य निधि से इलाज के लिए धन मिलता था. इससे राज्य के 40.94 लाख परिवारों को लाभ मिलेगा.
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उत्तर प्रदेश में आयुष्मान योजना
- 23 सितम्बर 2018 में यूपी में शुरू हुई थी.
- 1004 सरकारी अस्पताल योजना से जुड़े हैं.
- 1504 निजी अस्पताल योजना में शामिल हैं.
- 1 लाख 26 हजार बेड आयुष्मान अस्पतालों में हैं.