लखनऊ: राजधानी स्थित आर्ट्स कॉलेज में सोमवार की रात मां सरस्वती की प्रतिमा खंडित कर दी गई. लखनऊ विश्वविद्यालय के इस आर्ट्स कॉलेज परिसर में स्थापित यह प्रतिमा करीब 50 साल पुरानी थी, जिसकी पूजा की जाती थी. अराजक तत्वों ने परिसर में घुसकर प्रतिमा को कई जगह से खंडित कर दिया. इतना ही नहीं, छात्रों द्वारा तैयार की गई कलाकृतियों को भी तहस-नहस कर दिया. इस घटना के बाद विद्यार्थियों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है.
लखनऊ विश्वविद्यालय परिसर में बने आर्ट्स कॉलेज के मुक्ताकाशी मंच के पास एक कोठी है. इस कोठी में विजुअल आर्ट्स की कक्षाओं का संचालन किया जाता है. यहां छात्रों की ओर से तैयार की गई कलाकृतियों को रखा जाता है. अभी छात्रों की परीक्षाएं चल रही हैं. जिसमें, उन्हें अपने प्रोजेक्ट वर्क प्रस्तुत करने होते है. मंगलवार सुबह जब कर्मचारी यहां पहुंचे तो सब कुछ टूटा- फूटा पड़ा था. इसमें मां सरस्वती देवी की प्रतिमा भी शामिल थीं. नाम न छापने की शर्त पर एक शिक्षक ने बताया कि यह प्रतिमा 50 साल से भी ज्यादा पुरानी थी. हर साल इसकी पूजा की जाती थी. अराजक तत्व कोठी के दरवाजे तोड़ भी दिए. तीन कमरों में रखी छात्रों द्वारा तैयार की गई सभी कलाकृतियों को बर्बाद कर दिया.
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कलाकृतियां टूटने से छात्र परेशान हैं, क्योंकि इन कलाकृतियों को प्रस्तुत करना होता है. वहीं इस घटना के बाद आर्ट्स कॉलेज प्रशासन सो रहा है. शिक्षकों और छात्रों की शिकायत है कि इतनी बड़ी घटना के बाद भी प्राचार्य के स्तर पर मामले का संज्ञान तक नहीं लिया गया है. इस पूरे मामले पर प्रशासन का पक्ष जानने के लिए प्रिंसिपल से सम्पर्क करने की कोशिश की गई लेकिन कोई जवाब नहीं मिला.
छात्रों का कहना है कि इस घटना ने परिसर की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. इस तरह की कई कलाकृतियों परिसर में रखी है. इस कोठी के आस-पास सुरक्षा की कोई व्यवस्था नहीं है. कोई सीसीटीवी कैमरे तक नहीं है. इसलिए अराजक तत्वों की पहचान भी नहीं हो पा रही है.
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