लखनऊ : उत्तर प्रदेश के आयुष खाद्य सुरक्षा विभाग के मंत्री दयाशंकर मिश्र दयालु ने बुधवार को अपने विभागों की 100 दिन की उपलब्धियों को गिनाया. दयालु ने लोक भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में मीडिया को जानकारी दी कि आयुष विभाग के 105 काॅलेजों को अब अलग-अलग शैक्षणिक विश्वविद्यालयों से एफिलिएशन लेने की आवश्यकता नहीं है. उनको एक साथ गुरु गोरक्षनाथ आयुष विश्वविद्यालय गोरखपुर की मान्यता मिलेगी. जिससे उनका सत्र नियमित होगा और शैक्षणिक कार्य व्यवस्थित हो जाएगा. दयालु ने कहा कि आयुक्त विभाग उत्तर प्रदेश में जड़ी बूटियों की अनुबंध खेती (Contract farming) को बढ़ावा दे रहा है, जिससे सभी किसानों को जोड़ा जाएगा.
अपने कार्यकाल के पहले 100 दिनों की उपलब्धियां गिनाते हुए उन्होंने कहा कि आयुष में सबसे पहले आयुर्वेदिक और होम्यो अस्पताल को वेलनेस सेंटर बनाया गया है. जिसको लेकर हमने बीएचयू से टाइअप किया है. दयाशंकर मिश्र दयालु ने कहा कि हम लोग 2.38 करोड़ परिवारों को प्रोत्साहित कर रहे हैं. किसानों से हम लोग औषधीय अनुबंध खेती करवाएंगे. 134 प्रकार के औषधीय पौधे हैं. मात्र पांच लाख टन उत्पादन है. 100 लाख टन कि हमको आवश्यकता है. उन्होंने बताया कि पिछले साल देश से 14 हजार करोड़ की हल्दी का निर्यात किया गया है. जिससे पता चलता है कि देश में औषधीय खेती की मांग बहुत अधिक बढ़ गई है. इसलिए हमने नौ क्लाइमेटिक जोन निर्धारित किये हैं, ताकि ज्यादा से ज्यादा औषधीय पौधों का कारोबार शुरू किया जा सके.
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केवल ऑनलाइन ही मिलेगा ड्रग लाइसेंस : उन्होंने कहा कि औषधी विक्रय व गोदाम के लिए लाइसेंस अब ऑनलाइन ही मिलेगा. ऑफलाइन व्यवस्था को समाप्त कर दिया गया. इसके अलावा कई अन्य तरह के काम भी विभाग ने किए हैं. उन्होंने बताया कि 100 दिन की कार्य योजना के अंतर्गत सात नई खाद्य प्रयोगशालाओं को शुरू किया गया है, जोकि गोरखपुर, वाराणसी, झांसी, बरेली, मुरादाबाद, देवीपाटन और सहारनपुर मंडल में संचालित की जा रही हैं.
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