कानपुर: कानपुर के बिकरू गांव में पुलिसवालों के लूटे हथियारों की बरामदगी के लिए पुलिस गांव में मुनादी करा रही है. इसके लिए गांव में आरएएफ तैनात की गई है. गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद पुलिस कानपुर मुठभेड़ के दौरान गायब हुए हथियारों की जांच में जुटी है. 2 जुलाई की रात कानपुर मुठभेड़ में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथी भाग निकले थे. इस दौरान वे पुलिस के हथियार लेकर भागे थे. कानपुर मुठभेड़ में 8 पुलिसकर्मी भी शहीद हुए थे. इसी को लेकर पुलिस ने गैंगस्टर विकास के गांव बिकरू में ग्रामीणों को चेतावनी दी है कि अगर 24 घंटे के अंदर लूटे गए हथियार नहीं मिले, तो कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
हथियारों की बरामदगी के लिए स्थानीय पुलिस ने गांव वालों के साथ बैठक की. बैठक का मुख्य कारण गांव के लोगों के बीच समन्वय बनना और गैंगस्टर विकास दुबे के एनकाउंटर के बाद लोगों के मन से डर दूर करना है. इसके लिए गांव में आरएफ की तैनाती की गई है, ताकि गांव में स्थिति सामान्य रहे. साथ ही पुलिस वालों ने ग्रामीणों को चेतावनी दी कि कानपुर मुठभेड़ के दौरान गायब हुए पुलिस के हथियारों को वापस कर दें.
बता दें, 2 जुलाई की रात को पुलिस की टीम गैंगस्टर विकास दुबे को पकड़ने उसके गांव बिकरू गई थी. इस दौरान बदमाशों की तरफ से फायरिंग में 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए. वहीं कई पुलिसकर्मी घायल भी हो गए. इस बीच गैंगस्टर विकास दुबे और उसके साथी मौका-ए-वारदात से फरार हो गए. भागते समय वे पुलिस के हथियार लेकर भाग निकले. इन्हीं हथियारों की खोजबीन में जुटी पुलिस ने बिकरू गांव के लोगों को चेतावनी देते कहा कि 24 घंटे के अंदर हथियार पुलिस को सुपुर्द कर दें, नहीं तो कानूनी कार्रवाई होगी.
बता दें, कि कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे को यूपी एसटीएफ ने 10 जुलाई को मुठभेड़ में मार गिराया. वहीं उसके 6 साथी भी कानपुर मुठभेड़ के बाद मारे जा चुके हैं.
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