कानपुर: कुछ दिनों पहले नगर निगम के सदन में महापौर प्रमिला पांडेय व नगर आयुक्त शिव शरप्पा जीएन की मौजूदगी में फैसला हुआ था कि शहर की श्रमिक कॉलोनियों में रहने वाले लोगों से टैक्स वसूला जाएगा. फैसले के अगले दिन ही भाजपा विधायक सुरेंद्र मैथानी ने इसका विरोध किया था. इसी मामले पर मंगलवार को भाजपा विधायक ने सदन का पूरा फैसला नगर विकास मंत्री की चौखट पर रखा.
विधायक सुरेंद्र मैथानी ने नगर विकास मंत्री एके शर्मा से कहा कि कर वहां वसूला जाता है, जहां आप रहने वालों को स्वामित्व का अधिकार देते हैं. जबकि शहर के लाखों लोग जो श्रमिक कॉलोनियों में रह रहे हैं, उनके मालिकाना हक को लेकर फैसला अभी श्रम विभाग से आना है.
इस मामले पर अगर नगर निगम की ओर से कोई प्रस्ताव शासन को भेजा गया है, तो जब तक शासन स्तर पर किसी तरह का निर्णय नहीं हो जाता है. तब तक कर वसूलने का फैसला नहीं हो सकता है. नगर विकास मंत्री ने विधायक को आश्वस्त किया कि वह इस मामले पर शासन स्तर से जानकारी करेंगे फिर कोई निर्णय लेंगे.
विधायक ने नगर विकास मंत्री से कहा कि 42 सालों तक खुद शास्त्री नगर की श्रमिक कॉलोनी में अपने माता-पिता के साथ रहा हूं. कॉलोनी में रहने वालों का दर्द समझता हूं. इतनी आसानी से कोई फैसला ले लेना कहीं से उचित नहीं है. जब मालिकाना हक की बात होगी, तभी कर वसूलने की बात जायज है.
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महापौर से पहले भी हो चुका है आमना-सामना: शहर के भाजपाइयों के बीच महापौर के इस फैसले को लेना और फिर भाजपा विधायक द्वारा उसका विरोध जताना, यह मामला बहुत अधिक चर्चा में है. कहा जा रहा है कि महापौर व भाजपा विधायक का पहले भी इस मामले को लेकर आमना-सामना हो चुका है.
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