लखनऊ: जाली नोटों का देशभर में धंधा करने वाले गिरोह के दो मास्टरमाइंड रविवार को धर दबोचे गए. महाराष्ट्र और बनारस से ATS की टीम ने इन्हें गिरफ्तार किया. एटीएस की गिरफ्त में आए दोनों शातिर लूट की रकम से राजौरी बीच पर रिजॉर्ट बनाकर ऐश कर रहे थे. पुलिस ने इन पर 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था.
गिरोह का गिरफ्तार मास्टरमाइंड. जानकारी के मुताबिक पिछले साल 27 अक्टूबर को इस गैंग ने प्रयागराज के व्यापारी राजकुमार को जाली नोट देने के बहाने नोएडा बुलाया और से 90 लाख रुपए की लूट की थी. व्यापारी राजकुमार को अंडरवर्ल्ड का डर दिखाकर ये गैंग रकम लेकर फरार हो गया. ATS उसी समय से इस गैंग की तलाश में जुटी थी. रविवार को ATS ने गिरोह के सरगना रामायण सिंह उर्फ सचिन और विमल राजेश पटेल उर्फ विधायक को महाराष्ट्र के पालघर जिले के राजौरी बीच से धर दबोचा. गिरोह का मास्टरमाइंड गिरफ्तार. ATS की पूछताछ में सरगना सचिन ने जानकारी दी कि वह करोड़ों रुपए कमाकर मुंबई और अन्य जगहों पर निवेश कर चुका है. कई स्थानों पर संपत्ति बना चुका है. बताया कि हमारा गिरोह पैसे वाले लोगों को टारगेट करता है. पहले उन्हें मीटिंग के लिए बुलाया जाता है. मीटिंग के बदले उनसे 5-10 लाख रुपए टोकन मनी लेते हैं. इस दौरान हम उन्हें असली नोट देते हैं. बाकायदा उसे ऑटोमेटेड टेलर मशीन (एटीएम) में डिपॉजिट दिखाकर यकीन कराते हैं. इसके बाद अलग-अलग शहरों में बुलाकर उनसे अच्छी खासी रकम वसूलते हैं.ATS इस गैंग के छह सदस्यों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है. इनमे अनुज सिंह, रोहित चौबे उर्फ छोटू को धनबाद से पकड़ा गया था. प्रतापगढ़ के अभिषेक सिंह, महाराष्ट्र के सौरभ, फूलचंद्र यादव और माइकल भी ATS के हत्थे चढ़ चुके हैं. इन सभी आरोपियों के विरुद्ध लखनऊ के गोमतीनगर थाने में एफआईआर दर्ज थी.
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