कानपुर: जनपद में युवा और उद्यमी को अपना स्टार्टअप संचालित करने में अब कोई परेशानी नहीं होगी. उद्योग विभाग और जिला प्रशासन के अफसर संयुक्त रूप से इसके लिए कवायद करेंगे. डीएम विशाख जी अय्यर के आदेश पर जिला उद्योग केंद्र में 200 से अधिक ऐसे स्टार्टअप की सूची तैयार कराई गई है, जो वर्तमान समय में संचालित हैं. लेकिन उन्हें बहुत अधिक सफलता नहीं मिल पा रही है.
अधिकारियों ने बताया कि सफलता के लिए स्टार्टअप में अच्छा आइडिया और आपके पास अच्छा खासा बजट होना जरूरी है. कई युवाओं के स्टार्टअप बजट के अभाव में फेल हो जाते हैं. ऐसे युवाओं और उद्यमी के लिए जिला उद्योग केंद्र के अफसर सरकार के कॉर्पस फंड से इनकी मदद करेंगे.
डीएम विशाख जी अय्यर ने अपने कार्यालय में उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव के साथ छह आइआइटियंस के प्रेजेंटेशन को देखा. इसके बाद डीएम ने सभी की प्रतिभा सराहा. वहीं, अनमोल बंसल के द्वारा तैयार किए गए वुडेन के उत्पाद की तारीफ करते हुए डीएम ने कहा कि उनका उपयोग प्राथमिक विद्यालयों में फर्नीचर के तौर पर किया जाएगा. उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक, फर्टिलाइजर का प्रयोग करके तैयार उत्पादों को भी देखा.
उपायुक्त उद्योग सुधीर श्रीवास्तव ने बताया कि स्टार्टअप संचालित करने वाले युवाओं को एमएसएमई की योजनाओं का लोन, जमीन की सुविधा, उत्पादों के प्रमोशन समेत कई अन्य सुविधाएं मुहैया कराएंगे. उन्होंने कहा कि इसके लिए सरकार के कॉर्पस फंड में एक हजार करोड़ रुपये के बजट की व्यवस्था है. इस संबंध में अब जल्द ही जिले से शासन में प्रस्ताव भेजेंगे.
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