कानपुर: कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन कर दिया गया है. इस महामारी के दौरान काम कर रहे सफाईकर्मियों को पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना वारियर्स का नाम दिया है. वहीं कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर सफाई का काम करने वाले प्राइवेट कंपनी के सफाई कर्मियों को 2 महीने से वेतन नहीं मिल रहा है, इससे नाराज सफाईकर्मी रेलवे स्टेशन पर ही धरने पर बैठ गए हैं.
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर करते हैं काम
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर साफ-सफाई करने का ठेका एक निजी कंपनी को दिया गया है. इस कंपनी में करीब 250 सफाई कर्मचारी काम करते हैं. यह सफाई कर्मचारी मशीनों की सहायता से शिफ्ट के अनुसार कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर नियमानुसार साफ-सफाई करते हैं. उनका का कहना है कि उन्हें दो महीने से वेतन नहीं मिल रहा है, जिसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है.
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सफाई कर्मियों का आरोप है कि वेतन मांगने पर ठेकेदार उन्हें नौकरी से निकालने की धमकी देता है. इससे परेशान सफाईकर्मी वेतन की मांग करते हुए रेलवे स्टेशन पर धरने पर बैठ गए हैं. इसके साथ ही उन्होंने स्वास्थ्य निरीक्षक से भी मदद की गुहार लगाई है.