कानपुर: बिकरू गांव में पुलिस की टीम लगातार सर्च अभियान चलाए हुए है. इसी बीच पुलिस की टीम को बिकरू गांव के पंचायत भवन से 5 जिंदा बम मिले हैं, जिसे पुलिस ने तुंरत कार्रवाई करते निष्क्रिय कर दिए. यह सभी बम पंचायत भवन और गैंगस्टर विकास दुबे के ड्राइवर दयाशंकर अग्निहोत्री के घर से मिले हैं. पुलिस ने बम निरोधक दस्ते को भी मामले की जानकारी दे दी है.
कानपुर मुठभेड़ के बाद से ही पुलिस की टीम बिकरू गांव में जांच पड़ताल में जुटी हुई है. पुलिस के मुताबिक बिकरू गांव में हथियार मिलने की संभावना हो सकती है. इसके तहत पुलिस की 3 टीम जांच के लिए लगाई गई है. कानपुर पुलिस कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के रिश्तेदारों और दोस्तों के घर पुलिस लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है. इसी के तहत पुलिस को बिकरू गांव के पंचायत भवन और विकास के ड्राइवर के घर से 5 जिंदा बम मिले, जिसे पुलिस ने निष्क्रिय कर दिया है और इसकी जानकारी बम निरोधक दस्ते को भी दे दी गई है.
गैंगस्टर विकास दुबे एनकाउंटर में ढेर
आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे का एनकाउंटर कर दिया गया. एनकाउंटर में गंभीर रूप से घायल हुए विकास दुबे की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई है. वहीं इस एनकाउंटर में 4 पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. कानपुर के एसएसपी दिनेश कुमार ने एनकाउंटर की पुष्टि की है.
पिस्टल छीनकर भाग रहा था विकास दुबे
एसएसपी दिनेश कुमार पी ने कहा कि जैसे ही गाड़ी का एक्सीडेंट हुआ, विकास दुबे घायल पुलिसकर्मी की पिस्टल छीनकर भागने लगा. पुलिस ने कई बार उसे सरेंडर करने के लिए कहा, लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में विकास दुबे को सीने और कमर में गोली लगी.
विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कानपुर पुलिस की ओर से जारी बयान में कहा गया कि 5 लाख के इनामी विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार किये जाने के बाद पुलिस और एसटीएफ टीम आज 10 जुलाई को कानपुर नगर ला रही थी. कानपुर नगर भौंती के पास पुलिस की गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त होकर पलट गई. इस दौरान गैंगस्टर विकास दुबे ने भागने की कोशिश की और मुठभेड़ में मारा गया.
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