झांसी: कानपुर मुठभेड़ केस के मुख्य आरोपी विकास दुबे की पुलिस एनकाउंटर में हुई मौत को शहीद सुल्तान सिंह के पिता ने पुलिस की बहादुरी बताया है. वहीं शहीद सुल्तान सिंह के चाचा बान सिंह ने विकास के एनकाउंटर की न्यायिक जांच की मांग की है. शहीद के चाचा का आरोप है कि विकास दुबे के एनकाउंटर से कई राज दब गए हैं. एनकाउंटर पर सवाल खड़े करते हुए उन्होंने कहा कि इसमें अन्य साजिशकर्ताओं को बचाने की कोशिश की जा रही है. इसके लिए न्यायिक जांच होना जरूरी है.
झांसी के भोजला गांव के रहने वाले सिपाही सुल्तान सिंह कानपुर मुठभेड़ में शहीद हो गए थे. परिजनों की मांग है कि घटना में शामिल सभी लोग का एनकाउंटर होना चाहिए.
दिवंगत सिपाही सुल्तान सिंह के चाचा बान सिंह ने कहा कि सब जानना चाहते हैं कि आखिर यह सब किसने करवाया (8 पुलिसकर्मियों की हत्या) है. गैंगस्टर विकास दुबे का एनकाउंटर नहीं करना चाहिए था. उसे टॉर्चर करके सारी जानकारी निकलवानी थी. उसे राजनीति से मारा गया है. इसकी जांच होनी चाहिए.
सुल्तान सिंह की रिश्तेदार अंजना ने बताया कि पहली नजर में यह लगता है कि जान-बूझकर ऐसा किया गया है. इससे उन लोगों के नाम सामने न आ पाएं, जो विकास के पीछे थे. अगर वह थाने पहुंचता और पूछताछ की जाती, तो हो सकता है और उन सब के नाम सामने आ जाते. इसलिए उसका एनकाउंटर किया गया.
सुल्तान सिंह के पिता हर प्रसाद ने कहा कि प्रदेश सरकार ने अच्छा किया है. उत्तर प्रदेश की पुलिस ने बहादुरी दिखाई है. इससे हम खुश हैं, लेकिन मामले में आरोपी अन्य लोगों को भी सजा मिलनी चाहिए. उनका एनकाउंटर होना चाहिए.
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