गोरखपुर: नेचुरोपैथी दिवस (Naturopathy Day) के अवसर पर शहर के आरोग्य मंदिर में गुरुवार को सर्वांग मिट्टी लेपन कार्यक्रम हुआ. केंद्रीय आयुष मंत्रालय (Ministry of AYUSH) और अंतरराष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा संगठन ने इस कार्यक्रम में लोगों को मिट्टी लेपन के फायदे की जानकारी दी.
प्राकृतिक चिकित्सा के बड़े केंद्र आरोग्य मंदिर में करीब एक सप्ताह से मिट्टी लेपन का लाभ उठाने वाले लोगों ने इसे कई रोगों से मुक्ति का उपाय बताया. इस कार्यक्रम में मिट्टी लेपन को लेकर लोगों में जबरदस्त उत्साह देखा गया. आरोग्य मंदिर की प्रशिक्षित टीम की देखरेख में यह कार्यक्रम हुआ. मिट्टी लेपन के बाद कुछ देर लोगों ने धूप में समय बिताया और उसके बाद नहाया. इस अवसर पर चिकित्सालय में कार्यशाला और स्कूली बच्चों की चित्र प्रदर्शनी भी हुई. इसमें प्राकृतिक चिकित्सा और मिट्टी लेपन के फायदे दर्शाए गए.
कार्यक्रम के आयोजक और आरोग्य मंदिर के निदेशक डॉ. विमल मोदी ने कहा कि मिट्टी में अनमोल गुण हैं. शरीर के ऊपर लगाई जाने वाली मिट्टी से शरीर में नई ऊर्जा आती है. इसका लेप त्वचा, स्नायु, अनिद्रा, ब्लड प्रेशर और जोड़ों के दर्द में विशेष लाभ देता है.
ये मिट्टी जमीन से करीब 4 फीट नीचे से निकाली जाती है. उसके बाद उसे धूप में 2 से 4 दिनों तक सुखाया जाता है. इससे मट्टी के अंदर कोई कीटाणु नहीं रहते हैं. फिर उसे बारीक करके लेप लगाने योग्य बनाया जाता है. डॉ. मोदी ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा पर आधारित इस पद्धति से इलाज कराने के लिए गोरखपुर में कई देशों से लोग आते हैं.
डॉ. विमल मोदी ने कहा कि मिट्टी के लेप से कई लोग असाध्य रोगों से मुक्त हो चुके हैं. 2019 में नेचुरोपैथी डे पर आरोग्य मंदिर में हुए मिट्टी लेपन के कार्यक्रम से एशिया में नंबर वन रिकॉर्ड भी बना था. मिट्टी लेपन से जुड़े हुए लोगों ने भी इस दौरान ईटीवी भारत के साथ महसूस हो रहे स्वास्थ्य लाभ की चर्चा किया. उन्होंने कहा कि इसे वह निरंतर अपनाकर अपने जीवन को स्वस्थ और निरोगी बनाएंगे.
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