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गोरखपुर नगर निगम की पहल, नेग लेने के साथ अब गृहकर भी वसूलेंगे किन्नर - Kinnar Kalyan Board UP

गोरखपुर में नगर निगम ने यूपी किन्नर कल्याण बोर्ड की पहल पर 10 किन्नरों को गृहकर वसुलने के लिए नियुक्त किया है.

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किन्नर कल्याण बोर्ड यूपी
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Published : Apr 26, 2022, 3:46 PM IST

Updated : Apr 26, 2022, 3:56 PM IST

गोरखपुर: शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोग अगर अपने घर और दरवाजे पर किसी किन्नर की उपस्थिति और आवाज को सुनते हैं तो घबड़ाइएगा नहीं. यह ऐसे लोग भी हो सकते हैं जो आपके घर बधाई देने या सोहर गाने और सगुन लेने नहीं बल्कि गृहकर वसूलने आए हों. गोरखपुर नगर निगम ने यह नई व्यवस्था बनाई है.

थर्ड जेंडर यानी किन्नर समाज के पढ़े-लिखे लोगों को उनके मूल पेशे के अलावा नगर निगम द्वारा इस क्षेत्र से जोड़ने की पहल हुई है. उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड की पहल पर सीएम सिटी के नगर निगम ने इसे अमली जामा पहनाया है. दस किन्नरों को इसके के लिए नियुक्ति/तैनाती दी गई है. इससे पहले यह व्यवस्था अहमदबाद और गुजरात में शुरू हुई थी. इसी की तर्ज पर गोरखपुर में भी यह लागू हुई है.

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा है कि गुजरात के अहमदाबाद में किन्नरों के द्वारा किए जा रहे कार्य से अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं. ऐसे में नगर निगम गोरखपुर ने भी इसे नियोजित करने की योजना बनाई और इन्हें कर वसूली समेत अन्य कार्यों के लिए नियोजित करने का कार्य किया है. सीएम योगी की मंशा के अनुरूप किन्नरों को समाज के मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है.

इन्हें गृहकर वसूली समेत लिपिकीय कार्य और इलेक्ट्रिक बस डिपो में भी नौकरी दी जा रही है. पहली मई से तीन किन्नर इलेक्ट्रिक बस डिपो में भी कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारी और कर्मचारी जहां भी कार्य के लिए जाएंगे, नियुक्त हुए किन्नर कर्मचारी भी उनके साथ शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि करीब सौ करोड़ निगम का गृहकर के रूप में लोगों पर बकाया है. इसमें निगम के कर्मचारियों द्वारा धांधली और धोखाधड़ी भी पकड़ी गई है. ऐसे में किन्नर समाज की सहायता से इन कार्यों में सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है.

किन्नर कल्याण बोर्ड यूपी की सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी गिरी उर्फ किरन बाबा ने नगर निगम के इस पहल का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी जब किन्नरों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन करते हैं तो अन्य विभागों को भी यह संदेश जाता है कि वह इस समाज के लिए कुछ करें. नगर निगम ने उनके समाज के लिए जो नई व्यवस्था दी है जो अच्छी है.

यह भी पढ़ें-लखनऊ चिड़ियाघर में नए मेहमान, इनकी मस्ती आपके चेहरे पर ला देगी मुस्कान

यही नहीं, उन्होंने किन्नर समाज के लोगों के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास की सुविधा देने की भी मांग उठाई है. इसे नगर आयुक्त ने गंभीरता से लिया और जिला नगरीय विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी विकास कुमार सिंह को किन्नर समाज के इस मांग पर अमल करने और तेजी लाने का भी निर्देश दिया है.

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गोरखपुर: शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोग अगर अपने घर और दरवाजे पर किसी किन्नर की उपस्थिति और आवाज को सुनते हैं तो घबड़ाइएगा नहीं. यह ऐसे लोग भी हो सकते हैं जो आपके घर बधाई देने या सोहर गाने और सगुन लेने नहीं बल्कि गृहकर वसूलने आए हों. गोरखपुर नगर निगम ने यह नई व्यवस्था बनाई है.

थर्ड जेंडर यानी किन्नर समाज के पढ़े-लिखे लोगों को उनके मूल पेशे के अलावा नगर निगम द्वारा इस क्षेत्र से जोड़ने की पहल हुई है. उत्तर प्रदेश किन्नर कल्याण बोर्ड की पहल पर सीएम सिटी के नगर निगम ने इसे अमली जामा पहनाया है. दस किन्नरों को इसके के लिए नियुक्ति/तैनाती दी गई है. इससे पहले यह व्यवस्था अहमदबाद और गुजरात में शुरू हुई थी. इसी की तर्ज पर गोरखपुर में भी यह लागू हुई है.

नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा है कि गुजरात के अहमदाबाद में किन्नरों के द्वारा किए जा रहे कार्य से अच्छे परिणाम देखने को मिले हैं. ऐसे में नगर निगम गोरखपुर ने भी इसे नियोजित करने की योजना बनाई और इन्हें कर वसूली समेत अन्य कार्यों के लिए नियोजित करने का कार्य किया है. सीएम योगी की मंशा के अनुरूप किन्नरों को समाज के मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है.

इन्हें गृहकर वसूली समेत लिपिकीय कार्य और इलेक्ट्रिक बस डिपो में भी नौकरी दी जा रही है. पहली मई से तीन किन्नर इलेक्ट्रिक बस डिपो में भी कार्य करेंगे. उन्होंने कहा कि निगम के अधिकारी और कर्मचारी जहां भी कार्य के लिए जाएंगे, नियुक्त हुए किन्नर कर्मचारी भी उनके साथ शामिल होंगे. उन्होंने बताया कि करीब सौ करोड़ निगम का गृहकर के रूप में लोगों पर बकाया है. इसमें निगम के कर्मचारियों द्वारा धांधली और धोखाधड़ी भी पकड़ी गई है. ऐसे में किन्नर समाज की सहायता से इन कार्यों में सफलता मिलने की पूरी उम्मीद है.

किन्नर कल्याण बोर्ड यूपी की सदस्य महामंडलेश्वर कनकेश्वरी गिरी उर्फ किरन बाबा ने नगर निगम के इस पहल का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि सीएम योगी जब किन्नरों के कल्याण के लिए बोर्ड का गठन करते हैं तो अन्य विभागों को भी यह संदेश जाता है कि वह इस समाज के लिए कुछ करें. नगर निगम ने उनके समाज के लिए जो नई व्यवस्था दी है जो अच्छी है.

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यही नहीं, उन्होंने किन्नर समाज के लोगों के लिए प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत आवास की सुविधा देने की भी मांग उठाई है. इसे नगर आयुक्त ने गंभीरता से लिया और जिला नगरीय विकास अभिकरण के परियोजना अधिकारी विकास कुमार सिंह को किन्नर समाज के इस मांग पर अमल करने और तेजी लाने का भी निर्देश दिया है.

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Last Updated : Apr 26, 2022, 3:56 PM IST
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