गोरखपुर: 5 जून रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी का जन्मदिन है. वह इस दिन 50 वर्ष के हो जाएंगे. यह दिन पूरी दुनिया में विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है. यही वजह है कि योगी के संगठन हिंदू युवा वाहिनी उनके जन्मदिवस पर पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगा. संगठन के प्रदेश महामंत्री पीके मल्ल ने ईटीवी भारत को बताया है कि गांव से लेकर प्रदेश स्तर के सभी संगठन के कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया गया है. वह दो-दो पौधे योगी जी के जन्मदिन पर लगाए. इसके साथ ही समाज को भी इसके लिए प्रेरित करें.
उन्होंने बताया कि मंदिरों में पूजा-अर्चना, रुद्राभिषेक के साथ पर्यावरण संरक्षण, पौधरोपण के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे. योगी आदित्यनाथ खुद ऐसे कार्यों के लिए सक्रिय रहते हैं. ऐसे में उनकी सोच को आगे बढ़ाने का काम संगठन के कार्यकर्ता करेंगे. उन्होंने कहा कि समाज में पर्यावरण संरक्षण को लेकर संगठन निचले स्तर तक जाकर काम कर रहा है. स्कूलों में पढ़ने वाले मासूम बच्चों को समझाने और जगाने का भी प्रयास किया जा रहा है. उन्हें गीला और सूखे कचरे का अंतर भी समझाया जा रहा है.
सीएम योगी के जन्मदिन पर पौधरोपण और स्वछता अभियान चलायेगा हिंदू युवा वाहिनी
5 जून को सीएम योगी पचास वर्ष के हो जाएंगे. इस मौके पर उनका संगठन हिन्दू युवा वाहिनी पौधरोपण और स्वछता अभियान चलायेगा.
गोरखपुर: 5 जून रविवार को प्रदेश के मुख्यमंत्री सीएम योगी का जन्मदिन है. वह इस दिन 50 वर्ष के हो जाएंगे. यह दिन पूरी दुनिया में विश्व पर्यावरण दिवस के रूप में मनाया जाता है. यही वजह है कि योगी के संगठन हिंदू युवा वाहिनी उनके जन्मदिवस पर पौधरोपण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई तरह के कार्यक्रमों को आगे बढ़ाएगा. संगठन के प्रदेश महामंत्री पीके मल्ल ने ईटीवी भारत को बताया है कि गांव से लेकर प्रदेश स्तर के सभी संगठन के कार्यकर्ताओं से अनुरोध किया गया है. वह दो-दो पौधे योगी जी के जन्मदिन पर लगाए. इसके साथ ही समाज को भी इसके लिए प्रेरित करें.
उन्होंने बताया कि मंदिरों में पूजा-अर्चना, रुद्राभिषेक के साथ पर्यावरण संरक्षण, पौधरोपण के कार्यक्रम भी आयोजित होंगे. योगी आदित्यनाथ खुद ऐसे कार्यों के लिए सक्रिय रहते हैं. ऐसे में उनकी सोच को आगे बढ़ाने का काम संगठन के कार्यकर्ता करेंगे. उन्होंने कहा कि समाज में पर्यावरण संरक्षण को लेकर संगठन निचले स्तर तक जाकर काम कर रहा है. स्कूलों में पढ़ने वाले मासूम बच्चों को समझाने और जगाने का भी प्रयास किया जा रहा है. उन्हें गीला और सूखे कचरे का अंतर भी समझाया जा रहा है.