फिरोजाबाद: सावन का महीना चल रहा है और आगे आने वाला त्यौहार हरियाली तीज के चलते बाजारों में चूड़िया की डिमांड बढ़ गई है. महिलाएं इस समय चूड़ियां खरीदती हैं. हरियाली तीज पर बाजारों में कई तरह की चूड़ियां देखने को मिलती है. फिरोजाबाद के चूड़ी व्यापारियों के पास देशभर के कई हिस्सों से डिमांड आ रही है.
चूड़ियां महिलाओं का सुहाग मे से एक होती हैं. लेकिन अब कांच की रंग-बिरंगी चूड़ियों की जगह प्लास्टिक वाली चूड़ियों ने ले ली है और प्लास्टिक के कड़े मार्केट में आने की वजह से कांच की चूड़ियों की डिमांड कम हुई है. इन सभी परिस्थितियों के बाबजूद ग्रामीण परिवेश की महिलाओं में कांच की ही चूड़ियों का काफी क्रेज है. यह चूड़ियां फिरोजाबाद में ही बनती है और देशभर में खास कर हिंदीभाषी प्रदेशों में इनकी सप्लाई होती है. इनमें मध्यप्रदेश, बिहार, छत्तीसगढ़, राजस्थान, उत्तराखंड शामिल है.
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करीब 15 से 20 करोड़ की कीमत की चूड़ियां हर महीने फिरोजाबाद में बिक जाती हैं. जिले में करीब 200 कारखानों में यह चूड़ियां तैयार होती है. हजारों की संख्या में पुरूष और महिलाओं को इससे रोजगार मिलता है. सरकार ने भी यहां की चूड़ियों को वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट की श्रेणी में रखा है. इनका भी त्यौहारी सीजन होता है, जिसमें हरियाली तीज और करवाचौथ को खास माना जाता है. करवाचौथ पर लाल तो हरियाली तीज पर हरे रंग की चूड़ियां ज्यादा बिकती हैं. हरियाली तीज का त्यौहार आने वाला है, तो हरे रंग की चूड़ियों की बंपर तरीके से बिक्री हो रही है.
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