बुलंदशहर: अयोध्या मामले में शीघ्र ही फैसला आने वाला है. फैसले से पूर्व पुलिस और प्रशासन तमाम कवायदें कर रहा है, जिससे कहीं भी कोई गड़बड़ी न हो. मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में ड्रोन की सहायता से भी निगरानी की जाएगी. साथ ही यह भी गौर किया जाएगा कि घरों पर कहीं पत्थर तो इकट्ठा नहीं किए गए हैं.
अयोध्या मामले को लेकर बुलन्दशहर जिला प्रशासन भी काफी सजग है. अयोध्या विवाद पर निर्णय के बाद सांप्रदायिक सौहार्द बना रहे और किसी तरह का माहौल न बिगड़े इसके लिए जिला प्रशासन भी काफी संजीदगी से कदम उठा रहा है. पुलिस और प्रशासन की तरफ से समाज के प्रत्येक वर्ग और समुदाय को बुलाकर शांतिपूर्ण माहौल बनाने की अपील की जा रही है.
कमिश्नर, आईजी भी मेरठ मंडल सहित बुलन्दशहर जिले पर भी फोकस किये हुए हैं. किसी भी तरह से कहीं भी लॉ एंड आर्डर में कोई चूक न हो. इसके लिए एटीएस से लेकर पैरामिलिट्री फोर्सेस को भी जिम्मेदारी दी गयी है. साथ ही तकनीकी रूप से भी काफी कुछ व्यवस्थाएं की जा रही हैं.
माहौल खराब करने पर होगी कड़ी कार्रवाई
अफसरों का साफ तौर पर कहना है कि जो व्यक्ति माहौल खराब करने की कोशिश करेगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. फिर चाहे वह किसी भी धर्म, जाति, समुदाय या राजनीतिक दल से संबंधित हो. विशेष तौर से इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में कहीं कोई असंतोष पैदा न हो. साथ ही ये भी निगरानी की जा रही है कि कहीं भी छतों पर या अन्य जगह पर कोई पत्थरों का ढेर तो नहीं लगाया गया है.
इसे भी पढ़ें- अयोध्या विवाद पर फैसले से पहले अलर्ट हुई आगरा पुलिस, डीजीपी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से बताए सुझाव
जो लोग गड़बड़ी फैला सकते हैं ऐसे लोगों को इंटेलिजेंस के जरिये चिन्हित किया जा चुका है. आम जनमानस से भी संवाद स्थापित कर सौहार्दपूर्ण माहौल बनाये रखने में सहयोग करने की अपील की जा रही है. जो लोग माहौल खराब करेंगे, ऐसे लोगों पर कार्रवाई की जाएगी.
-आलोक सिंह, आईजी, मेरठ