बरेली: चार जिलों में पुलिस ऑपरेशन तलाश शुरू कर दिया है. जिन लोगों ने अपने गुमशुदा लोगों के मिलने की आस छोड़ दी थी, उनको एक बार फिर उम्मीद की किरण दिखने लगी है. बरेली रेंज के आईजी रमित शर्मा ने पीलीभीत, बदायूं , शाहजहांपुर और बरेली जिलों के लापता लोगों की तलाश के लिए ऑपरेशन तलाश शुरू किया है. इन चारों जिलों से लापता लोगों को तलाश करने के लिए हर केस में एक सिपाही को लगाया गया है. सिपाही का यह प्रमुख काम होगा कि वह 20 दिन के अंदर उस लापता को तलाश कर उनके अपनों से मिलवाए.
- बरेली- 202 बालिग, 91 नाबालिग- कुल 293 लापता
- बदायूं- 45 बालिग, 20 नाबालिग- कुल 65 लापता
- शाहजहांपुर- 144 बालिग, 86 नाबालिग- कुल 230 लापता
- पीलीभीत- 106 बालिग, 86 नाबालिग- कुल 192 लापता
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बरेली के बिथरी चैनपुर थाना क्षेत्र में रहने वाले कदीर उद्दीन को भी अपनी 8 वर्षीय बेटी कोहिनूर के वापस लौटने की उम्मीद एक बार फिर जग गयी है. उसकी बेटी पांच साल से लापता है. कदीर उद्दीन के घर में 21 अगस्त 2016 की रात में चोरी हुई थी और उसी चोरी के दौरान उनकी आठ साल की बेटी कोहिनूर भी लापता हो गई थी.
कदीर उद्दीन ने थाने में मुकदमा दर्ज कराया था लेकिन पुलिस को कोहिनूर का कोई सुराग नहीं मिला. पुलिस ने 2019 में कोहिनूर की फाइल को बंद कर दिया. अब ऑपरेशन तलाश शुरू होने के कारण इन लोगों के आशा है कि शायद इससे उनकी पांच साल पहले गायब हुई कोहिनूर मिल जाए.
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बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान ने बताया कि बरेली रेंज के आईजी रमित शर्मा की तरफ से तलाश अभियान शुरू किया गया है. इसमें लापता बच्चों, बड़े और महिलाओं को ढूंढने की कोशिश की जाएगी. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक रोहित सिंह साजवान का कहना है कि सभी लापता लोगों को खोजने की पूरी कोशिश की जाएगी.