प्रयागराज: बसंत पंचमी के पर्व पर संत महात्माओं ने बड़ी धूमधाम से शाही स्नान किया. महानिर्वाणी अखाड़े के स्नान करने के तुरंत बाद निरंजनी अखाड़े के नागा साधु और महात्मा संगम नोज पहुंचकर शाही स्नान किया. अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी आराध्य देवता के साथ आगे बढ़े. सबसे पहले घाट पर विधि विधान के साथ पूजा-पाठ की गई. इसके बाद नागा साधुओं की टोली ने संगम में झलांग लगाकर स्नान किया.
निरंजनी अखाड़े के महंत आनंद गिरी ने कहा कि तीसरे शाही स्नान के लिए बड़ी उम्मीद के साथ संतों ने आस्था की डुबकी लगाई. उन्होंने कहा कि बसंत पंचमी के इस पावन पर्व पर डुबकी लगाने से कई पीढ़ियों का पाप कटेगा और पुण्य की प्राप्ति होगी. इसके साथ ही उन्होंने देश की उन्नति की कामना भी की. उन्होंने कहा कि यह आखिरी शाही स्नान है, इसलिए संत महत्माओं ने पूरे जोश के साथ स्नान किया.
महंत ने बताया कि निरंजनी अखाड़े के कुल 25 हजार से अधिक संत, महात्मा और नागा साधुओं ने श्रद्धा की डुबकी लगाई. इसके साथ ही अंतिम शाही स्नान के बाद महात्माओं ने अपनी छावनी की ओर प्रवेश किया.