प्रयागराज: संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेले में पौष पूर्णिमा के पर्व पर आज दूसरा प्रमुख स्नान है. कड़ाके की ठंड और कोहरे के बीच श्रद्धालु इस महत्वपूर्ण स्नान पर्व पर आधी रात के बाद से ही त्रिवेणी संगम में डुबकी लगा रहे हैं.
कल्पवास के दूसरे चरण की शुरुआत
माघ मेले के दौरान लगभग 2 महीने तक चलने वाले कल्पवास की आज से पूर्ण रूप से शुरुआत हो जाती है. संगम किनारे श्रद्धालु दो चरणों में कल्पवास करते हैं. पहला चरण मकर संक्रांति से शुरू होता है, जबकि दूसरे चरण में श्रद्धालु पौष पूर्णिमा को आस्था की डुबकी लगाकर अपना कल्पवास प्रारंभ करते हैं.
पौष पूर्णिमा का स्नान आध्यात्मिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है. इसलिए प्रयागराज के आसपास के अलावा दूसरे अन्य राज्यों से भी कल्पवासी व श्रद्धालु यहां पर आस्था की डुबकी लगाते हैं. सुबह घना कोहरा होने के चलते पूरे मेला क्षेत्र में जगह-जगह पर पुलिस बल सिविल डिफेंस व पीएसी के जवानों को तैनात किया गया है ताकि यहां पर आने वाले श्रद्धालु घने कोहरे के बीच रास्ता ना भटके इसके लिए संगम के लिए एकल व्यवस्था की गई है. श्रद्धालु एक रास्ते से स्नान करने संगम पहुंच रहे हैं और वापसी के लिए अलग मार्ग बनाया गया है.
जहां पर कल्पवासी और श्रद्धालु आराम से स्नान कर सकें. कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए जगह-जगह पर स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी लगाई गई हैं, जो श्रद्धालुओं की थर्मल स्कैनिंग के साथ उसनके स्वास्थ्य की जांच कर रही हैं.