अलीगढ़: यूपी के कृषि शिक्षा और कृषि अनुसंधान विभाग के मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Cabinet Minister Surya Pratap Shahi) ने गुरुवार को अलीगढ़ का दौरा किया. उन्होंने जिले की मलिन बस्ती में साफ सफाई का निरीक्षण किया. इसमें उन्हें सामुदायिक शौचालय (Aligarh public toilets closed) बंद मिले. सर्किट हाउस में कृषि शिक्षा मंत्री ने विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की.
कृषि शिक्षा मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Surya Pratap Shahi inspection in Aligarh) ने छेरत स्थित कृषि फार्म लोधा में बीज विधायन संयंत्र भवन, गोदाम और कार्यालय का लोकार्पण किया. उसके बाद उनहोंने दीनदयाल अस्पताल का निरीक्षण किया. उन्होंने डॉक्टरों से बातचीत कर टीवी के मरीजों की जानकारी ली.
मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि मलिन बस्ती और सामुदायिक शौचालय की सफाई बहुत ही आवश्यक है. नगर निगम और नगर पालिका इसके लिए प्रयास कर रही हैं. उन्होंने जनता से कचरे को एक जगह संकलित करने की अपील की, जिससे गंदगी न फैले और आसानी से कचरे को निस्तारित किया जा सकें. वहीं, वाटर सप्लाई पर लोगों ने संतोष व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि सफाई को लेकर थोड़ी कठिनाई है. लेकिन स्वच्छ भारत अभियान (Clean India Movement) के तहत प्रयास किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि अलीगढ़ स्मार्ट सिटी (Aligarh Smart City) के तहत है. करीब 300 करोड़ रुपये की परियोजनाएं प्रारंभ हो चुकी हैं. इसमें सीवर लाइन, इंटरलॉकिंग, सड़कों का निर्माण करना किया जा रहा है.
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कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही (Cabinet Minister Surya Pratap Shahi) ने आवास विकास नई बस्ती में साफ-सफाई, पेयजल आपूर्ति का स्थलीय निरीक्षण किया. मंत्री के आगमन से पहले ही नगर निगम द्वारा बेहतर व्यवस्थाएं सुनिश्चित कराई गई थी. मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने भाजपा जिलाअध्यक्ष और एमएलसी चौधरी ऋषि पाल सिंह महामंत्री, नारायण शर्मा के साथ विभिन्न गलियों का निरीक्षण किया. वहीं, गलियों में गंदगी मिलने पर उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को फटकार भी लगाई. ग्रामीणों ने मंत्री जी को गलियों में गंदगी के ढेर दिखाए. मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने सफाई व्यवस्था पर नगर आयुक्त को निर्देश दिए कि, सभी गलियों में एक समान सफाई सुनिश्चित की जाए. वहीं, राजा महेंद्र प्रताप सिंह पार्क के पास सार्वजनिक शौचालयों को देखकर मंत्री जी ने नगर आयुक्त पर नाराजगी जाहिर की.
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हुई देरी पर उन्होंने कहा कि कोरोना काल के समय फंड की क्राइसिस रही है. लोगों की सेहत और स्वास्थ्य की प्राथमिकता के आधार पर सरकार ने काम किया है. जिसके चलते कोरोना महामारी को रोकने में सफल हुए है. उन्होंने कहा कि 24-25 करोड़ की आबादी वाला उत्तर प्रदेश में बच्चों की संख्या पर नियंत्रण करना है. इसके लिए उपाय किये जा रहे है.
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