आगरा: जनपद के ब्लॉक पिनाहट क्षेत्र के अंतर्गत गांव दलईपुरा में एक महिला अपने घर की छत पर उपले उठाने गई थी. तभी एक जहरीले सांप ने महिला को हाथ में काट लिया. सांप के काटने के बाद महिला का बायगीरों से इलाज कराया जा रहा है.
दलईपुरा थाना पिढौरा पिनाहट निवासी 28 वर्षीय सीमा पत्नी राम अवतार मंगलवार की दोपहर अपने घर की छत पर गोबर के उपले लेने गई थी. विटोरे से उपले निकालते समय उसमें बैठे जहरीले सांप ने महिला के हाथ में काट लिया. सांप के काटने के बाद छत से उतर कर महिला नीचे आई और परिवार के लोगों को सांप के काटने के बारे में बताया.
परिजन महिला को इलाज के लिए अस्पताल लेकर नहीं गए बल्कि उन्होंने बायगीरों को बुला लिया. बायगीरों ने बेहोश महिला का इलाज शुरू किया. बायगीर वहां तंत्र-मंत्र के साथ ढोलक और थाल बजाकर महिला का इलाज करने लगे. इसे आस्था कहें या अंधविश्वास कहें लेकिन आज के वैज्ञानिक युग में तंत्र-मंत्र से उपचार करना शिक्षा के स्तर पर सवाल जरूर खड़ा करता है. पहले कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं, जब सांप के काटने का इलाज शुरू होने में देरी के कारण लोगों की मौत भी हो चुकी है.
ये भी पढ़ें- कांशीराम कॉलोनी में लगे शिवलिंग को उखाड़ ले गए अराजक तत्व, 28 लोगों पर FIR दर्ज
अशिक्षा और अंधविश्वास के कारण लोग कई बार अस्पताल लाने की जगह लोग झाड़ फूंक और टोटके के लिये मरीजों को ले जाते हैं, जिसकी वजह से जहर फैलने से ज्यादातर लोगों की मौत हो जाती है. इसलिए प्रदेश में सांपों के काटने की वजह से मौत का आंकड़ा अधिक है. अगर मरीजों को शुरुआती दौर में ही झाड़ फूंक करवाने की जगह अस्पताल ले जाया जाए, तो ज्यादातर लोगों की जान बचायी जा सकती है.