आगरा: ताजमहल की चमकी देखने का क्रेज हर पर्यटक में रहता है. फुल मून की किरणें जब ताजमहल के संगमरमरी बदन पर अठखेलियां करती हैं, तो ताजमहल में जड़े कीमती नगीने चमकने लगते हैं. मोहब्बत की निशानी ताजमहल को शरद पूर्णिमा पर चांदनी रात में ताज की चमकी का शो हाउसफुल हो चुका है. मंगलवार रात की चमकी के सभी 250 टिकट बुक हो गए. बुधवार रात की चमकी के सभी 250 टिकट मंगलवार दोपहर तक बुक हो गए.
सन 2020 में कोरोना संक्रणम के चलते पर्यटक शरद पूर्णिमा पर चांदनी रात में ताजमहल का दीदार नहीं कर पाए थे. इस साल 20 अक्टूबर को शरद पूर्णिमा है. इस बार भी पांच दिन की जगह शरद पूर्णिमा पर चार दिन ही पर्यटक रात्रि में ताज का दीदार कर सकेंगे. चमकी का पांचवां दिन शुक्रवार है. इस दिन ताजमहल बंद रहता है. यूपी में अभी रात्रि रात्रि कर्फ्यू लागू है. इसके चलते रात्रि दर्शन के लिए ताजमहल रात 8:30 बजे से 11 बजे तक ही खुलेगा. इस दौरान 30-30 मिनट के पांच स्लॉट में 50-50 पर्यटकों के स्लॉट में अधिकतम 250 सैलानी ही चांदनी रात में ताजमहल देखते हैं.
मुगल बादशाह शाहजहां ने पत्नी मुमताज की मोहब्बत में धवल संगमरमरी ताजमहल के निर्माण में पच्चीकारी के दौरान कीमती नगीने जड़वाए थे. जब इन नगीनों पर सूर्य या चंद्रमा की रोशनी पड़ती है, तो वो चमकने लगते हैं. शरद पूर्णिमा पर जब सुपर मून में रोशनी जब ताजमहल पर अठखेलियां करती हैं तो ताजमहल के हुस्न में जड़े कीमती स्टोन चमकते हैं. इसे चमकी कहा जाता है.
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एएसआई के अधीक्षण पुरातत्वविद राजकुमार पटेल ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट ने नवंबर-2004 में पूर्णिमा पर ताजमहल के रात्रि दर्शन की इजाजत दी थी. इसके तहत रात 8:30 बजे से 12:30 बजे तक ताजमहल रात में खुलता था. इसमें 30-30 मिनट के आठ स्लाट में अधिकतम 400 सैलानी ताज रात्रि दर्शन कर सकते हैं. सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर एक दिन पहले ताजमहल के रात्रि दर्शन के लिए टिकटों की बुकिंग शुरू होती है. ताजमहल के रात्रि दर्शन के लिए भारतीय पर्यटक की टिकट 510 रुपए की, विदेशी पर्यटक की 750 रुपए और 15 साल से कम उम्र के बच्चे की टिकट 500 रुपए की है.