आगरा: टी-20 क्रिकेट वर्ल्डकप में पाकिस्तान की जीत का जश्न मनाने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. आरबीएस इंजीनियरिंग कालेज प्रशासनिक एवं वित्त निदेशक डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि बाहरी लोगों ने आकर प्रदर्शन और हंगामा किया और संस्थान की छवि खराब करने का प्रयास किया. हम इसको लेकर गंभीर हैं और वीडियो रिकार्डिंग उच्च अधिकारियों को देंगे. उन्होंने कहा कि संस्थान पहले ही तीनों आरोपी छात्रों को सस्पेंड कर चुका है. इसके बाद भी बाहरी लोगों ने हंगामा और प्रदर्शन किया. संस्थान में एंटी नेशनल एक्टिविटी होने का आरोप भी लगाया, जो सरासर गलत है. इससे संस्थान की छवि खराब हो रही है.
डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि 26 अक्टूबर को 3.45 बजे बाहरी लोग संस्थान में आए. उन्होंने कॉलेज और कॉलेज प्रशासन के खिलाफ बातें कही और नारेबाजी की. संस्थान में एंटीनेशनल एक्टिविटी होने की बात कही. कहा गया कि संस्थान में गलत लोगों को पनाह दी जा रही है. ये गलत बात है. हम इन लोगों को बाहरी लोग इसलिए कह रहे हैं, क्योंकि किसी भी संस्था का कोई भी व्यक्ति किसी संस्था में जाता है तो उस संस्था के अध्यक्ष या ऑफिशियल व्यक्ति से मिलकर अपनी बात कहता है. इन लोगों ने ऐसा कुछ नहीं किया. उस समय संस्थान के हॉस्टल का गेट बंद था. जिस दौरान यह हुआ, तब क्लास चल रही थी.
आरबीएस इंजीनियरिंग कालेज के प्रशासनिक एवं वित्त निदेशक डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि 24 अक्टूबर को पाकिस्तान की जीत पर कुछ छात्रों ने अपने व्हाट्सएप पर स्टेटस लगाया था. यह मामला संज्ञान में आने पर 25 अक्टूबर की सुबह ग्यारह बजे प्रोक्टोरियल बोर्ड ने जांच की. इसमें तीन छात्रों के नाम सामने आए थे. प्रोक्टोरियल बोर्ड की रिपोर्ट के आधार पर तीनों छात्रों को संस्थान ने सस्पेंड कर दिया था. इसकी सूचना एआईसीटीई और प्रधानमंत्री कार्यालय को भी प्रेषित की गई है.
डॉ. पंकज गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री स्पेशल स्कॉलरशिप स्कीम (PMSSS) के तहत इन स्टूडेंट को यहां दाखिला मिला है. हमारे संस्थान में PMSSS से 11 स्टूडेंट्स को दाखिला दिया गया था. आरबीएस इंजीनियरिंग कॉलेज एशिया में विख्यात है. यहां पढ़े तमाम लोग उच्च पदों पर रहे हैं. यहां कई सीएम आ चुके हैं. यहां कोई भी एंटीनेशनल एक्टिविटी नहीं हो सकती है.
ये भी पढ़ें- आजमगढ़ में अखिलेश का सपा का सम्मान समारोह, मेधावी छात्र-छात्राओं को बांटे लैपटॉप
डॉ. पंकज गुप्ता का कहना है कि बाहरी लोगों ने संस्थान में जबरन घुसने का प्रयास किया था. उन्हें किसी तरह रोका गया था. बाहरी लोगों ने प्रतिष्ठित संस्थान के बाहर हंगामा किया था. नारेबाजी की थी. संस्थान के बाहर हुए प्रदर्शन और हंगामे के वीडियो से लोगों की पहचान करने की कोशिश की जा रही है. इस वीडियो को उच्च अधिकारियों को दिया जाएगा, क्योंकि बाहरी अराजक तत्वों ने प्रतिष्ठित संस्थान की छवि खराब करने का प्रयास किया है.