आगरा: मंटोला पुलिस ने गुरुवार शाम शहर मुफ्ती के समर्थन में जामा मस्जिद से कलेक्ट्रेट तक जुलूस निकालने और नारेबाजी के मामले में तीन अलग अलग मुकदमे दर्ज किए. इनमें दो मुकदमे मंटोला थाना और एक मुकदमा नाई की मंडी थाना में पुलिस ने दर्ज किया है. एसपी प्रोटोकाल शिवराम यादव ने बताया कि, मंटोला थाना में पुलिस ने पहला मुकदमा बलवा, महामारी अधिनियम और धारा 144 का उल्लंघन करने पर की धारा में लिखा है. जिसमें भीड़ का नेतृत्व करने वाले 22 लोग नामजद और 200 अज्ञात हैं. दूसरे मुकदमे में सोशल मीडिया पर भीड़ इकट्ठी करने को मैसेज करने वाले 14 लोग नामजद किए गए हैं. तीसरा मुकदमा नाई की मंडी थाना में बलवा, विधि विरुद्ध जमाव, महामारी अधिनियम व धारा 144 का उल्लंघन करने की धाराओं में लिखा गया है. जिसमें 24 लोग नामजद और 150 अज्ञात हैं.
स्वतंत्रता दिवस पर जामा मस्जिद में ध्वजारोहण और राष्ट्रगान के विवाद के विरोध में गुरुवार को मंटोला में सैकड़ों की संख्या में मुस्लिम समाज के लोग इकट्ठा हो गए थे. इन लोगों ने शहर मुफ्ती और उनके बेटे के खिलाफ दर्ज मुकदमा वापस लेने की मांग की और जुलूस निकाला था. भीड़ ने इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी. जुलूस की सूचना मिलने पर भारी पुलिस फोर्स मंटोला पहुंच गयी थी. मुस्लिम समाज के लोगों ने कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देकर असलम कुरैशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की मांग की थी.
शहर मुफ्ती खुबैद रूमी और उनके बेटे हम्मदुल कददूस के खिलाफ इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी ने मंटोला थाना में मुकदमा दर्ज कराया था. गुरुवार को मंटोला बंद की पोस्ट वायरल हुई थी. गुरुवार सुबह करीब 11 बजे बड़ी संख्या में लोग मंटोला में एकत्र हुए. इनके हाथ में असलम को गिरफ्तार करो संदेश लिखी तख्तियां थीं. उग्र भीड़ को देखकर मंटोला थाना का फोर्स पहुंच गयी. भीड़ ने असलम कुरैशी के खिलाफ नारेबाजी की थी. इसके बाद यह जुलूस कलेट्रेट पहुंचा. जहां पर भीड़ ने सिटी मजिस्ट्रेट को पांच सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन दिया था.
कलेक्ट्रेट पर ज्ञापन देने के बाद लौट रहे जुलूस में और भीड़ शामिल हो गई थी. इसके बाद यह लोग जुलूस के रूप में जामा मस्जिद तक गए थे. यहां पर भीड़ ने जमकर नारेबाजी की थी. यहां पर पुलिस बल भी मौजूद था. लोगों की मांग थी कि शहर मुफ्ती और उनके बेटा के खिलाफ मुकदमा वापस हो. इस्लामिया लोकल एजेंसी अध्यक्ष असलम कुरैशी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए. अगर 24 घंटे में मांगें पूरी नहीं हुई तो मुस्लिम समाज के लोग भूख हड़ताल करेंगे.
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एसएसपी मुनिराज ने बताया कि कुछ लोग कलेक्ट्रेट में ज्ञापन देने आए थे. उन्होंने जामा मस्जिद के चेयरमैन पर जामा मस्जिद की संपत्ति पर कब्जा करने का आरोप लगाया है. इसकी जांच कराकर आगे की कार्रवाई की जाएगी. जिले में धारा 144 लागू है. ऐसे में जुलूस निकलने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
बता दें कि 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष असलम कुरैशी और इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी ने जामा मस्जिद में स्थित मदरसे के बच्चों के साथ ध्वजारोहण किया था. लेकिन कुछ लोगों को यह रास नहीं आया है. जामा मस्जिद ध्वजारोहण को लेकर मुस्लिम समाज से प्रतिक्रिया आने लगी तो शहर मुफ्ती ने ऑडियो जारी किया था. शहर मुफ्ती ने इस्लामिया लोकल एजेंसी के अध्यक्ष असलम कुरैशी से कहा था कि असलम साहब जामा मस्जिद में क्या करा रहे हो. आप मस्जिद की बेहरूमती न कराएं. मस्जिद में जनगण कराकर आपने खराब काम किया है. कम से कम आप अल्लाह के कहर से तो डरिए.
अब शुक्रवार को जुमे की नमाज और मोहर्रम की दसवीं तारीख को लेकर नई रणनीति बनाई है. इस बारे में एसएसपी मुनिराज जी का कहना है कि जिले में सेक्टर स्कीम लागू की गई है. पुलिस ने समाज के संभ्रांत लोगों के साथ थानावार बैठकें की थीं. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. जिले में पुलिस और पीएसी तैनात रहेगी. पुलिस ड्रोन से भी गतिविधियों पर नजर रखेगी.