आगरा: आगरा का किला मुगलिया सल्तनत की राजधानी और मुगल बादशाह अकबर ने बनवाया था, ऐसा माना जाता है. अब दिसंबर तक किले में फिर से लाइट एंड साउंड शो (Light and sound show will resume in Agra Fort) शुरू होगा. इसमें दर्शक बादलगढ़ से लेकर आगरा किला बनने तक का इतिहास जानेंगे. इससे ट्यूरिज्म (Agra Fort increase night tourism) को भी बढ़ावा मिलेगा.
इस बार लाइट एंड साउंड शो में चौहान शासकों के तामीर कराए गए बादलगढ़ से लेकर आगरा किला नाम होने तक और आजादी तक का इतिहास बताया जाएगा. लाइट एंड साउंड की स्क्रिप्ट फाइनल करके उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (Archaeological Survey of India) मुख्यालय दिल्ली भेज दी है. एएसआई की मुहर लगते ही उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग (Uttar Pradesh Tourism Department) लाइट एंड साउंड शो (Light and sound show will resume in Agra Fort) की तैयारी में जुट जाएगा. आगरा में लाइट एंड साउंड शो कराने की जिम्मेदारी नोएडा की निजी कंपनी को दी जा चुकी है. पर्यटन कारोबार से जुड़े लोगों का कहना है कि लाइट एंड साउंड शो दोबारा से शुरू होने से आगरा में पर्यटकों का रात्रिकालीन प्रवास (Agra Fort increase night tourism) बढ़ेगा.
पढ़ें- बनारस के पूजा पंडालों में भी आग से लड़ने के इंतजाम दिखे नदारद, बोले अधिकारी- अब देंगे ट्रेनिंग
आगरा किले (UP Famous Agra Fort) में इस बार लाइट एंड साउंड शो प्रो पूअर टूरिज्म स्कीम के तहत कराया जा रहा है. इसके लिए वर्ल्ड बैंक ने 8.42 करोड़ रुपये खर्च किया है. इसमें 1.50 करोड़ रुपये सॉफ्टवेयर पर खर्च हो गए हैं. उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग (Uttar Pradesh Tourism Department) के संयुक्त निदेशक अविनाश चंद्र मिश्रा ने बताया कि आगरा किले में लाइट एंड साउंड शो का टेंडर जारी किया जा चुका है. आगामी दिसंबर माह तक शो शुरू हो जाएगा.
इस बार अपडेट लाइट एंड सांउड शो Light and sound show will resume in Agra Fort) देखने के लिए मिलेगा. अब लेजर लाइट के साथ अत्याधुनिक तकनीक में लाइट एंड साउंड शो किया गया है. जिसकी स्क्रिप्ट फाइनल करके एएसआई मुख्यालय भेजी जा चुकी है. इस शो में बादलगढ़ नाम से कच्चा किला बनने से आगरा किला बनने और आजादी तक उस पर राज करने वाले राजाओं का इतिहास देखने को मिलेगा. कब कब यहां कौन शासक रहा. किस किस शासक ने यहां पर क्या कार्य कराए. इसमें चाहे चौहान राजा हों या मुगल और इसके बाद अंग्रेजी हुकूमत तक का इतिहास लाइट एंड साउंड के जरिए दिखाया जाएगा.
पढ़ें- अभिनेता अनुपम खेर ने किया ताजमहल का दीदार, बोले वाह ताज!