आगरा: समाजवादी पार्टी (सपा) के पिछड़ा वर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष एमएलसी राजपाल कश्यप सोमवार को आगरा आए. उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों से रूबरू हुए. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार पिछड़ा वर्ग विरोधी है. मंत्रिमंडल विस्तार सिर्फ दिखावा है. विकास के नाम पर आम व्यक्ति और उपभोक्ता को ठगा जा रहा है. कहीं भी विकास नजर नहीं आता लेकिन अपराध चरम पर है.
सपा पिछड़ा वर्ग के प्रदेश अध्यक्ष व एमएलसी राजपाल कश्यप ने कहा कि भाजपा सरकार ने विकास के नाम पर आम व्यक्ति और उपभोक्ता को ठगा है. भाजपा सरकार में 5 किलोमीटर की सड़क तक नहीं बनी और ना ही इस सरकार के 5 नए हॉस्पिटल नजर आते हैं. इस सरकार में भी सिर्फ समाजवादी पार्टी की सरकार में जो विकास कार्य कराए गए थे. वे ही दिखाई दे रहे हैं. भाजपा सरकार पूरी तरह से पिछड़ा वर्ग विरोधी है. पिछड़ा वर्ग के लिए भाजपा के दो चेहरे हैं.
राजपाल कश्यपने कहा कि सरकार ने जातिवार जन गणना कराए जाने पर हलफनामा दायर कर उस पर रोक लगवा दी. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ने पिछड़ा वर्ग को तो पेड़-पौधों और पशु-पक्षियों से भी नीचे दिखा दिया है. सरकार पेड़-पौधे और पशु-पक्षी की तो गणना करा सकती है, लेकिन जातिवार जनगणना नहीं कर सकती. समाजवादी पार्टी की सरकार 2022 में बनेगी. फिर पिछड़ा वर्ग समाज को पूरा सम्मान दिया जाएगा.
एमएलसी राजपाल कश्यप ने कहा कि योगी सरकार ने तो आरक्षण में भी घोटाला कर दिया है. जिसका जीता जागता सबूत हाल ही में शिक्षा विभाग की भर्ती की गई 69000 नौकरियों में देखने को मिला है. योगी सरकार ने पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के बावजूद भी उन्हें प्राथमिकता नहीं दी. बल्कि, उनका आरक्षण किसी और को दे दिया. लगभग 20 हजार भर्तियां ऐसी हुई हैं, जिसकी अगर जांच हो तो आरक्षण घोटाला भी सामने आ जाएगा.
सपा एमएलसी राजपाल कश्यप ने कहा कि भाजपा सरकार ही समाजवादी पार्टी पर आरोप लगाती थी कि वो एक जाति को बढ़ावा देती है. लेकिन हाल ही में बांदा विश्वविद्यालय में एक ही जाति के 11 लोगों की नियुक्ति कर दी गई. प्रदेश भर में जिला अधिकारी और कोतवाल भी अधिक संख्या में एक जाति के ही हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा तो सपा को बदनाम किया करती थी. भाजपा ने आरोप लगाया था कि 58 एसडीएम यादव हो गए. आज जब मैं उन यादव एसडीएम की सूची मांगता हूं तो वह सूची ही नहीं मिलती. वह 58 यादव एसडीएम आखिरकार कहां हैं?
राजपाल कश्यप बोले कि भाजपा सरकार को निषाद समाज से विशेष नफरत है. इसीलिए तो उन्हें आगे बढ़ने नहीं दिया जा रहा. बल्कि उनकी एक नेता फूलन देवी की प्रतिमा निषाद समाज लगाना चाहता था. लेकिन आज उनकी प्रतिमा को भी लगाने नहीं दिया जा रहा है. इससे साफ है कि भाजपा सरकार निषादों का भला नहीं चाहती है.