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आगरा के मेयर ने सीएम योगी को लिखा पत्र, कहा- मेरे शहर को बचा लीजिए

यूपी के आगरा जिले के मेयर नवीन जैन ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने सीएम और डिप्टी सीएम से कहा है कि मेरे शहर को बचा लीजिए.

agra mayor.
मेयर नवीन जैन.
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Published : Apr 25, 2020, 8:06 PM IST

आगरा: जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण मामलों से हालात आउट ऑफ कंट्रोल हो रहे हैं. जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या 358 पहुंच गई है और आठ संक्रमितों की मौत हो गई है. कोरोना के कहर को लेकर आगरा मेयर नवीन जैन बेहद चिंतित हैं. मेयर ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से शहर को बचाने की गुहार लगाई है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरे शहर (आगरा) को वुहान सिटी होने से बचा लीजिए.

जानकारी देते मेयर नवीन जैन.

आगरा में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 358 पहुंच चुका है, जबकि आठ संक्रमित मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है. प्रदेश में आगरा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या और संक्रमित की मौत के मामले में टॉप पर है, जिससे जनमानस में आक्रोश व्याप्त है और जनता सरकार और जन प्रतिनिधियों को कोस रही है, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है.

chief minister
सीएम योगी को लिखा पत्र.

जिला प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
मेयर नवीन जैन ने प्रशासन के खिलाफ जाकर सीएम योगी आदित्‍यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को पत्र लिखा है. उन्‍होंने पत्र के जरिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और बदइंतजामी के बारे में बताया है. नवीन जैन ने सीएम योगी से शहर को बचाने की गुहार लगाने के साथ ही एक वीडियो जारी कर शहरवासियों से इसकी जानकारी भी साझा की है. साथ ही वीडियो में शहर के लोगों से मुश्किल हालातों में धैर्य रखने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील भी की है.

deputy chief minister
डिप्टी सीएम को लिखा पत्र.

पत्र में यह बिंदु भी उठाए गए हैं

  • प्रशासन ने हॉट स्पॉट एरिया में बनाए गए क्वॉरंटाइन सेंटरों में कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही है.
  • मरीजों के लिए भोजन और पानी का उचित प्रबंधन नहीं किया जा रहा है.
  • सरकारी हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों को छोड़ अन्य मरीजों को नहीं देखा जा रहा है.
  • डायलिसिस सहित अन्य जांचें और समुचित इलाज न मिलने से मरीज मर रहे हैं.
  • लॉकडाउन में आवश्यक सेवाएं खाद्य एवं रसद सामग्री (सब्जी, फल, दूध इत्यादि) के डोर स्टेप डिलीवरी के दावे फेल हैं.
  • मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को नहीं संभाल रहे हैं.
  • जिला प्रशासन के अधिकारी अपने घरों से बाहर केवल 15-20 मिनट के लिए फोटोग्राफी कराने के उद्देश्य से बाहर निकलते हैं, जिससे रिकॉर्ड रखा जा सके.

जिले के मेयर ने पत्र में कहा है कि मैं बहुत दुखी मन से आप को पत्र लिख रहा हूं. मेरा आगरा अत्यधिक संकट के दौर से गुजर रहा है. आगरा को बचाने के लिए कड़े निर्णय लेने की आवश्यकता है. आगरा में स्थिति अत्यधिक गंभीर हो चुकी है, इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि मेरे आगरा को बचा लीजिए.

आगरा: जिले में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस संक्रमण मामलों से हालात आउट ऑफ कंट्रोल हो रहे हैं. जिले में कोरोना संक्रमित की संख्या 358 पहुंच गई है और आठ संक्रमितों की मौत हो गई है. कोरोना के कहर को लेकर आगरा मेयर नवीन जैन बेहद चिंतित हैं. मेयर ने सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा से शहर को बचाने की गुहार लगाई है. इस पत्र में उन्होंने कहा है कि मेरे शहर (आगरा) को वुहान सिटी होने से बचा लीजिए.

जानकारी देते मेयर नवीन जैन.

आगरा में कोरोना वायरस संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 358 पहुंच चुका है, जबकि आठ संक्रमित मरीजों की अब तक मौत हो चुकी है. प्रदेश में आगरा कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या और संक्रमित की मौत के मामले में टॉप पर है, जिससे जनमानस में आक्रोश व्याप्त है और जनता सरकार और जन प्रतिनिधियों को कोस रही है, जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है.

chief minister
सीएम योगी को लिखा पत्र.

जिला प्रशासन के खिलाफ खोला मोर्चा
मेयर नवीन जैन ने प्रशासन के खिलाफ जाकर सीएम योगी आदित्‍यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा को पत्र लिखा है. उन्‍होंने पत्र के जरिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही और बदइंतजामी के बारे में बताया है. नवीन जैन ने सीएम योगी से शहर को बचाने की गुहार लगाने के साथ ही एक वीडियो जारी कर शहरवासियों से इसकी जानकारी भी साझा की है. साथ ही वीडियो में शहर के लोगों से मुश्किल हालातों में धैर्य रखने और लॉकडाउन का पालन करने की अपील भी की है.

deputy chief minister
डिप्टी सीएम को लिखा पत्र.

पत्र में यह बिंदु भी उठाए गए हैं

  • प्रशासन ने हॉट स्पॉट एरिया में बनाए गए क्वॉरंटाइन सेंटरों में कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही है.
  • मरीजों के लिए भोजन और पानी का उचित प्रबंधन नहीं किया जा रहा है.
  • सरकारी हॉस्पिटल में कोरोना मरीजों को छोड़ अन्य मरीजों को नहीं देखा जा रहा है.
  • डायलिसिस सहित अन्य जांचें और समुचित इलाज न मिलने से मरीज मर रहे हैं.
  • लॉकडाउन में आवश्यक सेवाएं खाद्य एवं रसद सामग्री (सब्जी, फल, दूध इत्यादि) के डोर स्टेप डिलीवरी के दावे फेल हैं.
  • मुख्य चिकित्सा अधिकारी जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को नहीं संभाल रहे हैं.
  • जिला प्रशासन के अधिकारी अपने घरों से बाहर केवल 15-20 मिनट के लिए फोटोग्राफी कराने के उद्देश्य से बाहर निकलते हैं, जिससे रिकॉर्ड रखा जा सके.

जिले के मेयर ने पत्र में कहा है कि मैं बहुत दुखी मन से आप को पत्र लिख रहा हूं. मेरा आगरा अत्यधिक संकट के दौर से गुजर रहा है. आगरा को बचाने के लिए कड़े निर्णय लेने की आवश्यकता है. आगरा में स्थिति अत्यधिक गंभीर हो चुकी है, इसलिए मैं आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रहा हूं कि मेरे आगरा को बचा लीजिए.

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