वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के आयुर्वेद संकाय में वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ आयुर्वेद का आयोजन किया गया. स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न चिकित्सक और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मरीजों का भी परीक्षण किया गया. भारत के अलावा कई अन्य देशों के चिकित्सकों ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की और आयुर्वेद संबंधी विषयों पर अपने विचार साझा किए.
वक्ताओं का कहना था कि आयुर्वेदिक औषधियों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और रोग होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं. आयुर्वेद के जरिये बिना किसी एंटीबायोटिक दवा के इस्तेमाल से मरीज स्वस्थ हो जाते हैं. खास बात यह है कि आयुर्वेदिक औषधियों का निर्माण सभी मानकों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. इसी वजह से इन औषधियों के परिणाम आश्चर्यजनक होते हैं.
बीएचयू में वर्ल्ड आयुर्वेद कांग्रेस का आयोजन, वैश्विक स्थिति पर हुई चर्चा - यूपी न्यूज
बीएचयू के आयुर्वेद विभाग में वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ आयुर्वेद का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में दुनियाभर के आयुर्वेद विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. इस दौरान आयुर्वेद को फिर से वैश्विक स्तर पर स्थापित करने के तरीकों पर चर्चा की गई. कार्यक्रम में एक प्रदर्शनी भी लगाई गई.
वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के चिकित्सा विज्ञान संस्थान के आयुर्वेद संकाय में वर्ल्ड कांग्रेस ऑफ आयुर्वेद का आयोजन किया गया. स्वतंत्रता भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में विभिन्न चिकित्सक और विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया. इस दौरान मरीजों का भी परीक्षण किया गया. भारत के अलावा कई अन्य देशों के चिकित्सकों ने भी इस कार्यक्रम में शिरकत की और आयुर्वेद संबंधी विषयों पर अपने विचार साझा किए.
वक्ताओं का कहना था कि आयुर्वेदिक औषधियों से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और रोग होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं. आयुर्वेद के जरिये बिना किसी एंटीबायोटिक दवा के इस्तेमाल से मरीज स्वस्थ हो जाते हैं. खास बात यह है कि आयुर्वेदिक औषधियों का निर्माण सभी मानकों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है. इसी वजह से इन औषधियों के परिणाम आश्चर्यजनक होते हैं.
Body:वक्ताओं का कहना था आयुर्वेदिक औषधियों से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ता है उससे रोग होने की संभावनाएं कम हो जाती है बिना किसी एंटीबायोटिक दवा के इस्तेमाल से मरीज स्वस्थ हो रहे हैं खास बात यह है कि आयुर्वेद औषधियों का निर्माण सही प्रकार से मानकों को ध्यान में रखकर किया जा रहा है उनके परिणाम आश्चर्यजनक होते हैं।
ऑल वर्ल्ड कांग्रेस आयुर्वेदा में मेला लगाया जैसे विभिन्न प्रकार की औषधियों को प्रदर्शित किया गया और डॉक्टरों के सजेशन पर लोगों ने उन दवाओं को देखा और खरीदारी भी किया।
Conclusion:वैद्य सुशील कुमार असिस्टेंट प्रोफेसर डिपार्टमेंट ऑफ क्रियाशील आयुर्वेद आई एम एस बीएचयू कर्म का मूल उद्देश्य है कि हमारा आयुर्वेद ग्रुप क्यों नहीं कर पा रहा है इसके लिए हमने विज्ञान, ज्योतिष, चिकित्सा शास्त्र सबको लिया। इन विषयों पर चर्चा हो रही है और हम उन मरीजों का डायलिसिस कर रहे हैं कई विशेषज्ञ यहां पर हैं और उन्हें किस चीज की जरूरत है उन्हें दवा दी जा रही है तो इस तरह हम आयुर्वेद को एक बार फिर विश्व पटल पर साबित करने के लिए ऐसे कार्यक्रम कर रहे है।
संबंधित खबर एसटीपी फोल्डर नेम BHU Ayurveda world congress से प्रषित किया गया है।