बुलंदशहर : जिले की मीट फैक्ट्री में नाबालिग बच्चों से काम कराए जाने का मामला सामने आया हैं. डीएम अभय सिंह ने मीडिया से बातचीत में बताया कि उन्हें खुर्जा क्षेत्र स्थित मीट फैक्ट्री में नाबालिगों से काम कराने की सूचना मिली थी. इसके बाद उन्होंने फैक्ट्री में निरीक्षण कर कई नाबालिग मजदूरों को मुक्त कराया.
जानिए क्या है पूरा मामला
- जिले में स्थित खुर्जा क्षेत्र स्थित मीट फैक्ट्री में जिलाधिकारी अभय सिंह ने औचक निरीक्षण किया और इस दौरान जिले के तमाम अधिकारी भी फैक्ट्री पहुंचे.
- अधिकारियों ने फैक्ट्री में जाकर देखा कि नाबालिगों से मजदूरी कराई जा रही थी. इसके बाद प्रशासनिक अफसरों में अफरा-तफरी मच गई.
- तो वहीं मीट फैक्ट्री में काम करने वाले कामगार भी इधर-उधर भागने लगे.
- भारी पुलिस बल मौके पर होने से सभी कामगारों को पकड़ लिया गया, जिसमें अधिकतर नाबालिग थे और दर्जनभर महिलाएं भी थीं.
- जब डीएम ने फैक्ट्री में खुद छानबीन शुरू की तो उनका माथा ठनक गया और उन्होंने लेबर ऑफिसर को भी जमकर फटकारा.
इस मीट फैक्ट्री में मानकों को ताक पर रखकर काम किया जा रहा था और तमाम तरह की अनियमितता बरती जा रही थी. वहीं फैक्ट्री में गन्दगी भी पाई गई है. फैक्ट्री में बाल मजदूरी कराई जा रही थी, जिसकी जांच चल रही है. वहीं जब काम करने वाले बाल मजदूरों से बात हुई तो चौकाने वाला खुलासा हुआ. फैक्ट्री में 11 से 12 साल तक की उम्र के किशोर बाल मजदूरी कर रहे थे, इतना ही नहीं बच्चों ने बताया कि 12 घंटे मजदूरी बताई गई थी, लेकिन 15 घंटे काम कराया जाता हैं. उसके एवज में उन्हें मात्र छह हजार रुपये प्रति माह दिया जाता है.
अभय सिंह, डीएम बुलंदशहर