मैनपुरी : आखिर झोलाछाप डॉक्टरों द्वारा भोले-भाले मरीजों की मौत का सिलसिला कब थमेगा. झोलाछाप डॉक्टरों ने न जाने कितने मरीजों की जाने ले ली और न जाने प्रतिदिन कितने मरीजों की जान से खिलवाड़ कर रहे हैं. प्रशासन की लापरवाही की वजह से एक झोलाछाप डॉक्टर ने एक और महिला की जान ले ली है.
जानें क्या है पूरा मामला
- भोगांव निवासी अरविंद अपनी बीमार पत्नी सुधा को 2 दिन पहले स्वास्थ्य केंद्र पर ले गया था.
- डॉक्टर न मिलने पर अरविंद निराश होकर झोलाछाप डॉक्टर नीलू दुबे के यहां जाता है.
- झोलाछाप डॉक्टर ने मेडिकल स्टोर के साथ पैथोलॉजी भी खोल रखी है.
- झोलाछाप डॉक्टर सुधा की खून की जांच कर इंजेक्शन लगा देता है.
- इंजेक्शन लगा देने के कुछ देर बार महिला को झटके आना शुरू हो जाते हैं.
- झटके आने से सुधा की तबीयत और अधिक खराब होने लगती है.
- सुधा की तबीयत और अधिक खराब होने से झोलाछाप डॉक्टर अपने हाथ खड़े कर लेता है.
- झोलाछाप डॉक्टर अरविंद से सुधा को जिला चिकित्सालय मैनपुरी ले जाने के लिए कहता है.
- जिला चिकित्सालय ले जाते समय रास्ते में सुधा दम तोड़ देती है.
- महिला की मौत की खबर मिलते ही झोलाछाप क्लीनिक बंद करके फरार हो जाता है.
- पुलिस ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई करने की बात कही है.
झोलाछाप डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाए जाने से महिला की मौत के संबंध में टीम गठित कर दी गई है. जानकारी न होने के अभाव के चलते लोग झोलाछाप डॉक्टरों से इलाज कराते हैं. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दवाएं उपलब्ध हैं.
-एके पांडे, मुख्य चिकित्सा अधिकारी, मैनपुरी