सीतापुर: प्रदेश के जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने बुधवार को जिले के बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा कर निर्माणाधीन बाढ़ परियोजनाओं का जायजा लिया. इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को फटकार भी लगाई और चौबीस घंटे काम कराकर दो दिन के भीतर कार्य पूरा कराने का निर्देश दिया है. मीडिया से बातचीत में उन्होंने बाढ़-कटान से होने वाली जन एवं धनहानि को हर हाल में रोकने का सरकार के संकल्प को दोहराया.
सूबे के जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने बुधवार को जिला मुख्यालय से 80 किमी दूर रामपुर मथुरा ब्लॉक के बगस्ती एवं केवडाघाट में निर्माणाधीन बाढ़ परियोजनाओं का निरीक्षण किया. उन्होंने वहां मौजूद विभागीय अधिकारियों से पूरी परियोजना के बारे में जानकारी हासिल की. मंत्री ने पत्थर की पैकेजिंग न कराये जाने पर अधिकारियों को डांट लगाई.
जल शक्ति मंत्री ने लगाई फटकार
जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने कहा कि ठेकेदारों के निर्देशन में इंजीनियर न चलें. सभी लोग मेहनत करके कार्य करें. उन्होंने कहा कि यह ठीक नहीं है कि यहां मनमानी हो. अभियंता शासन की मंशा के अनुरूप कार्य करें. किसी भी हालत में लापरवाही क्षम्य नहीं होगी.
45 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत
सरकार ने इस इलाके में बाढ़ एवं कटान की रोकथाम के लिए 45 करोड़ रुपये की परियोजनाएं स्वीकृत की है. उन्हीं पर इन दिनों काम चल रहा है. यह कार्य बाढ़ खण्ड बाराबंकी द्वारा कराया जा रहा है. इस काम को अब तक पूरा हो जाना चाहिए था. किंतु लॉकडाउन के कारण कार्य प्रभावित हो गया. इस पर मंत्री ने श्रमिकों की संख्या बढ़ाकर दो दिन के भीतर काम पूरा करने के सख्त निर्देश दिये हैं.
चार स्थानों पर ड्रेजिंग कराए जाने की मांग
निरीक्षण के दौरान विधायक ज्ञान तिवारी ने सेवता विधानसभा के चार स्थानों पर ड्रेजिंग कराए जाने की मांग की. विधायक ने कहा ड्रेजिंग का यह कार्य बगस्ती, गोलोक कोडर, खमरिया शेखुपुर, मयोड़ी छोलहा में करने को कहा है. विधायक का कहना है कि यह काम हो जाए तो बाढ़ से राहत मिल सकेगी. मंत्री ने इस बात को गंभीरता से लेते हुए मौके पर मौजूद मुख्य अभियंता को अगले वर्ष यह काम कराए जाने का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. विधायक ने काशीपुर के डाउन स्ट्रीम में काशीपुर आदि ग्राम समूह में नदी द्वारा उन्हें कटान से सुरक्षा हेतु निर्माण की परियोजना की विस्तृत जानकारी दी.