एटाः कोरोना संक्रमितों को इलाज देने के लिए जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में चार वेंटिलेटर लगाए गए हैं. जिस वार्ड में सामान्य मरीज भर्ती किए जाते हैं, वहीं पर स्वास्थ्य महकमे ने वेंटिलेटर लगा दिए हैं. हालांकि प्रशासन का दावा है कि कोविड-19 का नया अस्पताल बनते ही वहां पर वेंटिलेटर शिफ्ट कर दिए जाएंगे.
सामान्य मरीजों को भी संक्रमण का खतरा
जिला अस्पताल को चार वेंटिलेटर मिले हैं. इन वेंटिलेटर को सर्जिकल वार्ड में लगा दिया गया है, लेकिन इस वार्ड में सामान्य मरीज भर्ती होते हैं. ऐसे में यदि कोई कोरोना संक्रमित आता है तो सर्जिकल वार्ड में भर्ती सामान्य मरीजों को भी संक्रमण का खतरा बढ़ जाएगा.
यह है नियम
कोरोना संक्रमित के इलाज के लिए निर्धारित जगह भीड़भाड़ वाली जगह से दूर होनी चाहिए, लेकिन सामान्य मरीजों के वार्ड में वेंटिलेटर लगाकर कोरोना संक्रमितों को इलाज देने की बात खतरनाक साबित हो सकती है. जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ राजेश अग्रवाल के मुताबिक मौजूदा समय में वेंटिलेटर वार्ड में जाने के लिए सर्जिकल वार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है, लेकिन संक्रमित के आने के बाद दूसरी गैलरी का इस्तेमाल किया जाएगा.
जल्द ही शिफ्ट किया जाएगा वेंटिलेटर
जिला अस्पताल के सर्जिकल वार्ड में वेंटिलेटर लगा तो दिया गया, लेकिन जल्द ही उसे दूसरी जगह शिफ्ट किए जाने की बात हो रही है. बताया जा रहा है कि 8 बेड का कोविड-19 अस्पताल बनाया जा रहा है, जहां पर यह चारों वेंटिलेटर लगाए जाएंगे. मिली जानकारी के मुताबिक जिला अस्पताल के अंदर बने आई वार्ड में कोविड-19 का लेवल टू स्तर का अस्पताल बनाया जा रहा है.