वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से बढ़ता जा रहा है. जिसके बाद जिला प्रशासन और बीएचयू की मदद से डीआरडीओ के निर्देशन में लगभग 1000 बेड का अस्थाई अस्पताल बना रहा है. यह अस्पताल 2 मई तक बनकर तैयार हो जाएगा.
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जर्मन हैंगर तकनीक
बीएचयू के एमपी थिएटर अटल मैदान में जर्मन हैंगर तकनीक से इस अस्थाई अस्पताल को बनाया जा रहा है. जिसकी क्षमता 1000 बेडों की होगी. यहां पर खुद का ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है. इसमें सेना के चिकित्सकों की अहम भूमिका होगी.
इनका होगा सहयोग
जिला प्रशासन के अनुसार अस्थाई अस्पताल के लिए सेना, पैरामिलिट्री फोर्स के अलावा बीएचयू और अन्य अस्पतालों से चिकित्सकों के लिए सहयोग मांगा गया है. जरूरत पड़ने पर जिले के चिकित्सकों की भी मदद ली जाएगी. सेना के रिटायर्ड चिकित्सक इस अस्पताल संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
अस्थाई अस्पताल में 30 टन ऑक्सीजन की क्षमता होगी
कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार के लिए डीआरडीओ की तरफ से बीएचयू के एमपी थिएटर ग्राउंड में अस्थाई अस्पताल का निर्माण तेजी से किया जा रहा है. इस अस्थाई अस्पताल में लगभग 30 टन क्षमता वाले ऑक्सीजन प्लांट की व्यवस्था होगी. यही नहीं सभी बेड पर पाइपलाइन के माध्यम से ऑक्सीजन की सप्लाई की जाएगी. ड्रग लाइसेंस अथॉरिटी के सहायक औषधि आयुक्त केजी गुप्ता ने बताया कि अस्थाई अस्पताल के साथ ही ऑक्सीजन पाइप लाइन का भी कार्य तेजी से चल रहा है. अस्थाई ऑक्सीजन प्लांट की क्षमता 30 टन होगी. इसमें बनारस के लोगों को काफी राहत मिलेगी.