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सीएम योगी के दावे हुए फेल, आशियानों की राह तकते ग्रामीण

लखनऊ से मात्र 35 किलोमीटर दूर मोहनलालगंंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गरीबों को अब तक पीएम आवास योजना का लाभ नहीं मिला. जिसके कारण लोग झुग्गियों में रहने को मजबूर हैं.

pm awas yojna
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Published : Mar 25, 2019, 3:13 PM IST

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने 2 साल पूरे होने पर दावा किया था कि हर गरीब को उसके सपनों का आशियाना मिला है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाएंगे जिससे सरकारी दावे वह वादे फेल होते साबित हो रहे हैं.

गरीबों को नहीं मिला आशियाना.


राजधानी लखनऊ से महज 35 किलोमीटर दूर मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गरीब खेड़ा गांव में लोग आज भी गरीबी में जीने को मजबूर है. यूं तो सरकार ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में 22 लाख गरीबों को उनके सपनों का आशियाना मिल गया है, लेकिन आज भी गरीब खेड़ा गांव के लोग अपने सपनों के आशियाने की राह को तक रहे हैं.


ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी ग्राम प्रधान आते है निरीक्षण करवाते हैं और भूल जाते हैं. जिसके कारण उन्हें झुग्गी झोपड़ियों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने 2 साल पूरे होने पर दावा किया था कि हर गरीब को उसके सपनों का आशियाना मिला है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाएंगे जिससे सरकारी दावे वह वादे फेल होते साबित हो रहे हैं.

गरीबों को नहीं मिला आशियाना.


राजधानी लखनऊ से महज 35 किलोमीटर दूर मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गरीब खेड़ा गांव में लोग आज भी गरीबी में जीने को मजबूर है. यूं तो सरकार ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में 22 लाख गरीबों को उनके सपनों का आशियाना मिल गया है, लेकिन आज भी गरीब खेड़ा गांव के लोग अपने सपनों के आशियाने की राह को तक रहे हैं.


ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी ग्राम प्रधान आते है निरीक्षण करवाते हैं और भूल जाते हैं. जिसके कारण उन्हें झुग्गी झोपड़ियों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.

Intro:उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने 2 साल पूरा होने पर दावा किया था की हर गरीब को उसके सपनों का आशियाना मिला है लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाएंगे जिससे सरकारी दावे वह वादे फेल होते साबित हो रहे हैं।


Body:राजधानी लखनऊ से महज 35 किलोमीटर दूर मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गरीब खेड़ा गांव में लोग आज भी गरीबी में जीने को मजबूर है। यूं तो सरकार ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में 22 लाख गरीबों को उनके सपनों का आशियाना मिल गया है लेकिन आज भी गरीब खेड़ा गांव के लोग अपने सपनों के आशियाने की राह को तक रहे हैं।

ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी कई बार आए निरीक्षण भी हुआ लेकिन आज तक उन्हें किसी भी तरीके की योजना का लाभ नहीं मिल पाया है। लोग घास फूस के बने छप्पर के घर में रहने को मजबूर है परिवार के साथ अपनी जिंदगी बिता रहे हैं।

बाइट- सावित्री (ग्रामीण)
बाइट- राम रानी (ग्रामीण)
पीटीसी योगेश मिश्रा


Conclusion:प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लोगों को अभी तक उनके सपनों का आशियाना नहीं मिल पाया है लोग आज भी गरीबी में जीने को मजबूर है वहीं ग्रामीणों का आरोप है कि अधिकारी आते हैं लेकिन अभी तक उन्हें किसी भी प्रकार की सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया है।

योगेश मिश्रा लखनऊ

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