लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने 2 साल पूरे होने पर दावा किया था कि हर गरीब को उसके सपनों का आशियाना मिला है, लेकिन आज हम आपको एक ऐसी तस्वीर दिखाएंगे जिससे सरकारी दावे वह वादे फेल होते साबित हो रहे हैं.
राजधानी लखनऊ से महज 35 किलोमीटर दूर मोहनलालगंज विकासखंड के अंतर्गत आने वाले गरीब खेड़ा गांव में लोग आज भी गरीबी में जीने को मजबूर है. यूं तो सरकार ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश में 22 लाख गरीबों को उनके सपनों का आशियाना मिल गया है, लेकिन आज भी गरीब खेड़ा गांव के लोग अपने सपनों के आशियाने की राह को तक रहे हैं.
ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारी ग्राम प्रधान आते है निरीक्षण करवाते हैं और भूल जाते हैं. जिसके कारण उन्हें झुग्गी झोपड़ियों में रहने को मजबूर होना पड़ रहा है.