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'औरंगजेब' ने बनाया 'ताज', देसी-विदेशी पर्यटक कर रहे दीदार

ताज महोत्सव में देश-विदेश के हस्तशिल्पियों ने अपने हुनर से तैयार किए गए उत्पाद को लेकर स्टॉल लगाए हैं. हस्तशिल्पी औरंगजेब के स्टॉल पर रखा ताजमहल की आकृति का डबल बेड चर्चा का विषय बना हुआ है. इस विशेष बेड को देखने के लिए ताज महोत्सव में देसी-विदेशी पर्यटकों के साथ विजिटर पहुंच रहे हैं.

ताजमहल की आकृति का डबल बेड बना चर्चा का विषय.
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Published : Feb 26, 2019, 3:20 PM IST

आगरा : ताज महोत्सव में सहारनपुर के हस्तशिल्पी कला का बेजोड़ नमूना लेकर आए हैं. हस्तशिल्पी औरंगजेब की स्टॉल पर रखा ताजमहल की आकृति का डबल बेड चर्चा का विषय बना हुआ है. दो साल पहले औरंगजेब को ताजमहल देखने के बाद यह विशेष डबल बेड बनाने का आइडिया आया था. डेढ़ साल की मेहनत से 2 कारीगरों ने ताजमहल की आकृति का बेड तैयार किया है. इसकी कीमत 1.5 लाख रुपए है.

ताजमहल की आकृति का डबल बेड बना चर्चा का विषय.

देश के मेगा इवेंट में शामिल ताज महोत्सव में देश-विदेश के हस्तशिल्पियों ने अपने हुनर से तैयार किए गए उत्पाद को लेकर स्टॉल लगाए हैं. वहीं सहारनपुर से फर्नीचर का स्टॉल औरंगजेब ने लगाया है. औरंगजेब ने बताया कि वह कई सालों से ताज महोत्सव आ रहे हैं. 2 साल पहले ताजमहल देखने गए तो ताजमहल की आकृति का डबल बेड बनाने का आइडिया दिमाग में आया, फिर इस पर काम किया.

ताजमहल के फोटो से लकड़ी पर एक-एक करके कलाकृति और पच्चीकारी की डिजाइन डेढ़ साल में 2 कारीगरों ने तैयार की. दोनों कारीगर का डेढ़ साल का मेहनताना ही करीब 90 हजार है. इसलिए इस ताजमहल की आकृति के डबल बेड की कीमत 1.5 लाख रुपए रखी है.

आगरा : ताज महोत्सव में सहारनपुर के हस्तशिल्पी कला का बेजोड़ नमूना लेकर आए हैं. हस्तशिल्पी औरंगजेब की स्टॉल पर रखा ताजमहल की आकृति का डबल बेड चर्चा का विषय बना हुआ है. दो साल पहले औरंगजेब को ताजमहल देखने के बाद यह विशेष डबल बेड बनाने का आइडिया आया था. डेढ़ साल की मेहनत से 2 कारीगरों ने ताजमहल की आकृति का बेड तैयार किया है. इसकी कीमत 1.5 लाख रुपए है.

ताजमहल की आकृति का डबल बेड बना चर्चा का विषय.

देश के मेगा इवेंट में शामिल ताज महोत्सव में देश-विदेश के हस्तशिल्पियों ने अपने हुनर से तैयार किए गए उत्पाद को लेकर स्टॉल लगाए हैं. वहीं सहारनपुर से फर्नीचर का स्टॉल औरंगजेब ने लगाया है. औरंगजेब ने बताया कि वह कई सालों से ताज महोत्सव आ रहे हैं. 2 साल पहले ताजमहल देखने गए तो ताजमहल की आकृति का डबल बेड बनाने का आइडिया दिमाग में आया, फिर इस पर काम किया.

ताजमहल के फोटो से लकड़ी पर एक-एक करके कलाकृति और पच्चीकारी की डिजाइन डेढ़ साल में 2 कारीगरों ने तैयार की. दोनों कारीगर का डेढ़ साल का मेहनताना ही करीब 90 हजार है. इसलिए इस ताजमहल की आकृति के डबल बेड की कीमत 1.5 लाख रुपए रखी है.

Intro:आगरा।
ताज महोत्सव में कला का बेजोड़ नमूना सहारनपुर के हस्तशिल्पी लेकर आए हैं। हस्तशिल्पी औरंगजेब की स्टॉल पर रखा ताजमहल की आकृति का डबल बेड चर्चा का विषय बना हुआ है। दो साल पहले औरंगजेब को ताजमहल देखने के बाद यह विशेष डबल बेड बनाने का आइडिया आया था। डेढ़ साल की मेहनत से 2 कारीगरों ने ताजमहल की आकृति का बेड तैयार किया है। इसकी कीमत 1.5 लाख रुपए है। अब इस विशेष बेड को देखने के लिए ताज महोत्सव में विशेष डबल बेड देखने के लिए देसी-विदेशी पर्यटकों के साथ विजिटर पहुंच रहे हैं।


Body:देश के मेगा इवेंट में शामिल ताज महोत्सव देश-विदेश के हस्तशिल्पी अपनी हुनर से तैयार किए गए उत्पाद को लेकर स्टॉल लगाई है। सहारनपुर से फर्नीचर के स्टॉल औरंगजेब ने लगाई है। औरंगजेब ने बताया कि वह कई सालों से ताज महोत्सव आ रहे हैं। 2 साल पहले ताजमहल देखने गई तो ताजमहल की आकृति का डबल बेड बनाने का आईडिया दिमाग में आया फिर इस पर काम किया। ताजमहल के फोटो से लकड़ी पर एक-एक करके कलाकृति और पच्चीकारी की डिजाइन डेढ़ साल में 2 कारीगर ने इसे तैयार किया। दोनों कारीगर का डेढ़ साल का मेहनताना ही करीब ₹90000 है। इसलिए इस ताजमहल की आकृति के डबल बेड की कीमत 1.5 लाख रुपए रखी है। लेकिन लोग 60 हजार से ज्यादा में इसे खरीदने को तैयार नहीं हैं।


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