गोरखपुर: फिल्मी दुनिया के कलाकारों के कपड़े और पहनावे एक जमाने में लोगों के आकर्षण का और पहनावे का हिस्सा बन जाते थे. मौजूदा दौर में राजनीतिक गलियारों में भी तमाम ऐसी हस्तियां हैं, जिनके परिधान लोगों को आकर्षित करते हैं. ऐसे परिधानों की डिमांड भी बढ़ जाती है. यही वजह है कि एक तरफ पीएम मोदी के कपड़े लोगों को खूब आकर्षित करते हैं तो वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ के भगवा कुर्ते ने भी लोगों को अपनी और आकर्षित किया है.
बात करें सीएम योगी के कुर्तों की तो यह न तो राजधानी लखनऊ में सिला जाता है और न ही दिल्ली में. इसे सिलने वाला गोरखनाथ मंदिर परिसर की एक दुकान में भारतीय टेलर्स के नाम से दुकान चलाता है और उस टेलर का नाम बुद्धिराम है. मोदी कुर्ता के बाद अब योगी कुर्ता भी क्रेज़ बन चुका है. बुद्धिराम के मुताबिक, उनके पास अब इस प्रकार के कुर्ते की डिमांड बढ़ गई है. योगी ने जब से अपना घर-परिवार छोड़ा है, तभी से वह मात्र भगवा वस्त्र ही पहनते हैं. वह लगभग 26 वर्षों से भगवा वस्त्र ही पहनते हैं. इस कुर्ते का नाम काफी अजीब-सा लगता है, लेकिन इस कुर्ते को सिलने के लिए दर्जी के नाखून बड़े होने जरूरी हैं.
भारतीय टेलर ने 1991 में गोरखनाथ मंदिर के कटरे में सिलाई की अपनी इस दुकान की शुरुआत की. खास बात यह है कि शुरुआत के दौर से ही यह मंदिर के तत्कालीन महंत और सांसद महंत अवेद्यनाथ का प्रिय हो गये थे और उनके भी कुर्ते गले की सिलाई करने लगा. यह क्रम आज भी जारी है. मौजूदा महंत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कुर्ते-अचला और साफा की सिलाई बुद्धि राम ही करते हैं. एक हों, दो हों या चार हों, सबकी सिलाई बुद्धिराम के हवाले है.
बुद्धिराम पूरे मनोयोग के साथ भगवा वस्त्र पर अपने सिलाई के हुनर को ध्यान लगाकर धागे के ताने-बाने से बेहतरीन कुर्ता तैयार कर देते हैं. योगी बिना कालर की कुर्ती पहनते हैं और वो भी हाफ कुर्ती पहनते हैं. ठंड के लिए फुल बाजू का बटन वाला कुर्ता पहनते हैं. बुद्धिराम सब कहते हैं कि महंतजी के कपड़े सिलाई करने में आनंद की अनुभूति होती है. बदले में पारिश्रमिक जो भी मिल जाए वह उसे प्रसाद समझकर ग्रहण कर लेते हैं. सीएम योगी के सांसद प्रतिनिधि रहे विष्णु शंकर श्रीवास्तव कहते हैं कि भारतीय टेलर को योगीजी की पसंद का पूरा ज्ञान है और वह उसी तरह की सिलाई करते हैं.
बुद्धिराम आज जिन परिस्थितियों में हैं उसमें वह बेहद खुश हैं. खासकर तब जब योगी आदित्यनाथ का उन्हें स्नेह और प्यार मिलता है. यह भरोसा मिलता है कि बड़े से बड़े पद पर पहुंचने के बाद भी योगी अपनों को नहीं भूलते. बुद्धिराम कहते हैं कि उनकी इच्छा है कि योगीजी को दुनिया का सबसे बड़ा से बड़ा पद पाते हुए देखूं. वह प्रधानमंत्री से भी बड़े बनें, जिसे देख कर मन गदगद हो उठे.
बुद्धिराम की दुकान में न ही कोई चकाचौंध है और न ही वीआईपी लुक, लेकिन वह सामान्य से लेकर खास स्तर के लोगों के पसंदीदा टेलर हैं. इसका अंदाजा सहसा ही लगाया जा सकता है कि जब प्रदेश के मुख्यमंत्री का कुर्ता यहीं सिला जाता हो तो इस टेलर मास्टर की सिलाई में कुछ खास बात तो जरूर होगी. वैसे तो नाम और काम के तो गोरखपुर से लेकर दिल्ली तक बड़े टेलर हैं. लोग अपनी शान में भी बड़े-बड़े शोरूम और सिलाई करने वाले के यहां जाते हैं, लेकिन योगी आदित्यनाथ अपना कुर्ता यहीं सिलाते हैं.