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गंगा पर चलते-फिरते शौचालय का विरोध कर रहे मोदी के शहर के लोग !

पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में क्लीन गंगा मिशन के तहत बने बायो शौचालय का विरोध जोर पकड़ रहा है. गंगा में तैरते इस शौचालय के विरोध में अब राजनीतिक दल भी कूद पड़े हैं. वहीं सपा ने भी इसके विरोध में बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.

बायो टॉयलेट के विरोध में गंगा घाट पर सपा का प्रदर्शन.
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Published : Jun 28, 2019, 1:52 PM IST

वाराणसी: स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा का नारा देने वाली मोदी सरकार के एक फैसले से पीएम के संसदीय क्षेत्र में हंगामा मचा हुआ है. सरकार ने दशाश्वमेध घाट पर बीच गंगा में बायो शौचालय लगवाया है, जिसका विरोध अब रफ्तार पकड़ने लगा है. पहले जहां स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे थे, तो अब वहीं राजनीतिक दल भी इसके विरोध में उतर आए हैं. इसी क्रम में सपा कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर गंगा घाट पर जोरदार प्रदर्शन किया. शौचालय के विरोध में नारे लिखी तख्तियां लेकर उतरे सपा कार्यकर्ताओं ने बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

बायो टॉयलेट के विरोध में गंगा घाट पर सपा का प्रदर्शन.
क्या है पूरा मामला
दरअसल गुजरात की एक कंपनी ने गंगा में तीन बायो शौचालय लगाने की तैयारी की है. इनमें से पहला बायो शौचालय वाराणसी पहुंच भी चुका है. एक सप्ताह पहले यह बायो शौचालय दशाश्वमेध घाट पर लगा दिया गया है. नाव पर बना शौचालय गंगा की गोद में ही लगा है जिसकी वजह से लोग इसका विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि हम गंगा को मां और देवी का स्वरूप मानते हैं. सरकार कह रही है कि यह बायो शौचालय है लेकिन शौचालय जैसी गंदगी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
etv bharat
बायो टॉयलेट के विरोध में गंगा घाट पर सपा का प्रदर्शन.

गंगा की गोद में शौचालय किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगा. अगर यह शौचालय नहीं हटता है तो हर रोज आंदोलन होंगे और हम बड़े आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे. सरकार को समय रहते चेत जाना चाहिए और शौचालय को गंगा से हटाकर गंगा के उस पार लगाना चाहिए.
- रविकांत विश्वकर्मा, सपा नेता

वाराणसी: स्वच्छ गंगा-निर्मल गंगा का नारा देने वाली मोदी सरकार के एक फैसले से पीएम के संसदीय क्षेत्र में हंगामा मचा हुआ है. सरकार ने दशाश्वमेध घाट पर बीच गंगा में बायो शौचालय लगवाया है, जिसका विरोध अब रफ्तार पकड़ने लगा है. पहले जहां स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे थे, तो अब वहीं राजनीतिक दल भी इसके विरोध में उतर आए हैं. इसी क्रम में सपा कार्यकर्ताओं ने मुंह पर काली पट्टी बांधकर गंगा घाट पर जोरदार प्रदर्शन किया. शौचालय के विरोध में नारे लिखी तख्तियां लेकर उतरे सपा कार्यकर्ताओं ने बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

बायो टॉयलेट के विरोध में गंगा घाट पर सपा का प्रदर्शन.
क्या है पूरा मामला
दरअसल गुजरात की एक कंपनी ने गंगा में तीन बायो शौचालय लगाने की तैयारी की है. इनमें से पहला बायो शौचालय वाराणसी पहुंच भी चुका है. एक सप्ताह पहले यह बायो शौचालय दशाश्वमेध घाट पर लगा दिया गया है. नाव पर बना शौचालय गंगा की गोद में ही लगा है जिसकी वजह से लोग इसका विरोध कर रहे हैं. लोगों का कहना है कि हम गंगा को मां और देवी का स्वरूप मानते हैं. सरकार कह रही है कि यह बायो शौचालय है लेकिन शौचालय जैसी गंदगी किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
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बायो टॉयलेट के विरोध में गंगा घाट पर सपा का प्रदर्शन.

गंगा की गोद में शौचालय किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगा. अगर यह शौचालय नहीं हटता है तो हर रोज आंदोलन होंगे और हम बड़े आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे. सरकार को समय रहते चेत जाना चाहिए और शौचालय को गंगा से हटाकर गंगा के उस पार लगाना चाहिए.
- रविकांत विश्वकर्मा, सपा नेता

Intro:summary: समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने गंगा घाट पर मुंह पर काली पट्टी बांधकर हाथों में शौचालय के विरोध में नारे लिखी तख्तियां लेकर अपना विरोध दर्ज कराया और बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी.

वाराणसी: स्वच्छ गंगा निर्मल गंगा का नारा देने वाली मोदी सरकार एक कदम के बाद पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में हंगामा मचा हुआ है यह कदम है गंगा में बायो शौचालय लगाने का जिस दशाश्वमेध घाट पर नियमित गंगा आरती होती है, उसी जगह गंगा की गोद में एक बायो शौचालय लगाया गया है जिसका विरोध अब रफ्तार पकड़ रहा है. एक तरफ जहां स्थानीय लोग इसका विरोध कर रहे थे अब राजनीतिक दल भी इसके विरोध में उतर आए हो मोदी सरकार को घेरने में लग गए हैं. इस क्रम में आज समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने गंगा घाट पर मुंह पर काली पट्टी बांधकर हाथों में शौचालय के विरोध में नारे लिखी तख्तियां लेकर अपना विरोध दर्ज कराया और बड़े आंदोलन की चेतावनी भी दी.

ओपनिंग पीटीसी- गोपाल मिश्र


Body:वीओ-01 दरअसल गुजरात की एक कंपनी ने गंगा में तीन बायो शौचालय लगाने की तैयारी की है जिनमें से पहला बायो शौचालय गुजरात से वाराणसी पहुंच भी चुका है यह बायो शौचालय लगभग 1 सप्ताह पहले दशाश्वमेध घाट पर गंगा किनारे लगा दिया गया है नाव पर बनाया शौचालय गंगा की गोद में ही लगा है जिसकी वजह से लोग इसका विरोध कर रहे हैं समाजवादी पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी मुंह पर काली पट्टी बांधकर अपना विरोध दर्ज कराया है उनका कहना था कि मां और देवी का स्वरूप हम सभी मां गंगा को मानते हैं और उनके प्रति गहरी आस्था रखते हैं सरकार कह रही है यह बायो शौचालय है लेकिन क्या किसी भी व्यक्ति के आसपास कोई गंदगी रहे और वह भी शौचालय जैसी तो वह उसे बर्दाश्त करेगा वह भी तब जब हम किसी को देवी का स्वरूप मान रहे हैं.


Conclusion:वीओ-02 सपा कार्यकर्ताओं का कहना था कि गंगा की गोद में है शौचालय किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं होगा और इसे लेकर आज पहला दिन आंदोलन का था, अगर यह शौचालय नहीं हटता है तो हर रोज आंदोलन होंगे और बड़े आंदोलन को करने में हम सभी मजबूर हो जाएंगे. इसलिए सरकार को समय रहते चेत जाना चाहिए और शौचालय को गंगा से हटाकर गंगा घाट पर गंगा उस पार लगाना चाहिए.

बाईट- रविकांत विश्वकर्मा, सपा नेता

क्लोजिंग पीटीसी- गोपाल मिश्र

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