ETV Bharat / briefs

वाराणसी : सपा कार्यकर्ता कर रहे ईवीएम स्ट्रांग रूम की चौकीदारी

23 मई को होने वाली मतगणना को लेकर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी हैं. वहीं महागठबंधन के कार्यकर्ता वाराणसी में ईवीएम की चौकीदारी करने में लगे हुए हैं. उनकी प्रशासन से लगातार कहासुनी भी जारी है. महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में कई गड़बड़ियां नजर आ रही हैं.

ईवीएम स्ट्रांग रूम की चौकीदारी
author img

By

Published : May 21, 2019, 2:45 PM IST

वाराणसी : चंदौली, गाजीपुर और मऊ में मतगणना से पहले ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखी गई हैं, लेकिन उन स्थानों पर नई ईवीएम के साथ कुछ गाड़ियों के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद पूर्वांचल में अचानक से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई.

ईटीवी भारत से बातचीत करते डॉक्टर पीयूष यादव, सपा जिलाध्यक्ष.

क्या है मामला

  • सोमवार देर रात वाराणसी में ईवीएम को लेकर स्ट्रांग रूम के बाहर पहुंची गाड़ियों के कारण विवाद पैदा हो गया.
  • समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और रालोद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए.
  • कार्यकर्ता ईवीएम की चौकीदारी करने में लग गए हैं.
  • पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया.

क्या कहते हैं समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष पीयूष

  • उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को फिलहाल शांत रहने को कहा है.
  • उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि कोई भी ईवीएम बाहर से अंदर आती है तो चीजें हाथ से निकल जाएंगी.
  • सपा जिला अध्यक्ष के अनुसार ट्रेनिंग के लिए लाई गई ईवीएम को अंदर रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
  • प्रशासन का कहना है कि यह वहीं ईवीएम हैं जो ट्रेनिंग के लिए बूथ पर भेजी गई थी, अब इन्हें वापस लाया जा रहा है.

सपा जिला अध्यक्ष के आरोप

  • सपा जिला अध्यक्ष पीयूष यादव ने बताया कि चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दी गई है.
  • सातवें चरण में कई जगहों पर धांधली के मामले सामने आने की बात कही गई है.
  • अजगरा विधानसभा में पैसे देकर ग्रामीण मतदाताओं के हाथ पर स्याही लगाने का मामला सामने आया था.
  • बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के बारे में भी चुनाव आयोग को सूचित किया है.
  • कई जगहों पर ईवीएम खराब होने के कारण उनको बदलने की बात कही गई थी.
  • पीयूष यादव का कहना है कि अगर लंबी लाइनों के बाद ईवीएम खराब हो जाती है और मतदाताओं को रोककर ईवीएम बदल दी जाती है तो इससे व्यवस्था से भरोसा उठ जाएगा.

वाराणसी : चंदौली, गाजीपुर और मऊ में मतगणना से पहले ईवीएम स्ट्रांग रूम में रखी गई हैं, लेकिन उन स्थानों पर नई ईवीएम के साथ कुछ गाड़ियों के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद पूर्वांचल में अचानक से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई.

ईटीवी भारत से बातचीत करते डॉक्टर पीयूष यादव, सपा जिलाध्यक्ष.

क्या है मामला

  • सोमवार देर रात वाराणसी में ईवीएम को लेकर स्ट्रांग रूम के बाहर पहुंची गाड़ियों के कारण विवाद पैदा हो गया.
  • समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और रालोद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए.
  • कार्यकर्ता ईवीएम की चौकीदारी करने में लग गए हैं.
  • पुलिस प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया.

क्या कहते हैं समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष पीयूष

  • उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को फिलहाल शांत रहने को कहा है.
  • उन्होंने प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि कोई भी ईवीएम बाहर से अंदर आती है तो चीजें हाथ से निकल जाएंगी.
  • सपा जिला अध्यक्ष के अनुसार ट्रेनिंग के लिए लाई गई ईवीएम को अंदर रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.
  • प्रशासन का कहना है कि यह वहीं ईवीएम हैं जो ट्रेनिंग के लिए बूथ पर भेजी गई थी, अब इन्हें वापस लाया जा रहा है.

सपा जिला अध्यक्ष के आरोप

  • सपा जिला अध्यक्ष पीयूष यादव ने बताया कि चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दी गई है.
  • सातवें चरण में कई जगहों पर धांधली के मामले सामने आने की बात कही गई है.
  • अजगरा विधानसभा में पैसे देकर ग्रामीण मतदाताओं के हाथ पर स्याही लगाने का मामला सामने आया था.
  • बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के बारे में भी चुनाव आयोग को सूचित किया है.
  • कई जगहों पर ईवीएम खराब होने के कारण उनको बदलने की बात कही गई थी.
  • पीयूष यादव का कहना है कि अगर लंबी लाइनों के बाद ईवीएम खराब हो जाती है और मतदाताओं को रोककर ईवीएम बदल दी जाती है तो इससे व्यवस्था से भरोसा उठ जाएगा.
Intro:वाराणसी। 2019 लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण के मतदान के बाद 23 मई को होने वाली मतगणना के कारण राजनीतिक सरगर्मी तेज हो चुकी है। प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में इस समय इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन यानी ईवीएम को लेकर बाजार गर्म है। महागठबंधन के कार्यकर्ता इस समय ईवीएम की चौकीदारी कर रहे हैं और प्रशासन से लगातार कहासुनी भी जारी है। साथ ही महा गठबंधन के कार्यकर्ताओं ने चुनाव आयोग को लिखित शिकायत दर्ज कराई है कि उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में कई गड़बड़ियां नजर आ रही है।


Body:VO1: चंदौली, गाजीपुर और मऊ में मतगणना से पहले बने स्ट्रांग रूम में ईवीएम रखी गई है लेकिन उन स्थानों पर नई ईवीएम के साथ कुछ गाड़ियों के पहुंचने की सूचना मिलने के बाद पूर्वांचल में अचानक से राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई। वहीं बीते सोमवार देर रात को प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में ईवीएम को लेकर स्ट्रांग रूम के बाहर पहुंची गाड़ियों के कारण विवाद पैदा हो गया। सूचना पर समाजवादी पार्टी बहुजन समाज पार्टी और रालोद के कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए हैं। लेकिन पुलिस प्रशासन ने यहां पहुंचकर चीजों को संभाल लिया और ऐसी किसी घटना से भी हालांकि पुलिस प्रशासन भी इंकार कर रहा है। पूरे मामले की बात करें तो बीती 19 मई को सातवें चरण का मतदान पूरा होने के बाद लगातार भारतीय जनता पार्टी के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा रहा था। इसी क्रम में गाजीपुर चंदौली में काफी हंगामा भी हुआ था। उसके बाद देर रात वाराणसी में पहाड़िया मंडी पर बने कई जाने की सूचना मिली जिस कारण वहां सपा, बसपा के लोग पहुंचकर ईवीएम की चौकीदारी करने लगे पूरी जाने के बाद अभी भी महागठबंधन के कार्यकर्ताओं के पास मौजूद है और ईवीएम की निगरानी रख रहे हैं। समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष पीयूष यादव का कहना है कि उन्होंने अपने कार्यकर्ताओं को फिलहाल शांत रहने को कहा है। लेकिन साथ ही प्रशासन को चेतावनी दी है कि यदि कोई भी बाहर से अंदर आती है तो चीजें हाथ से निकल जाएगी वहीं प्रशासन का कहना है कि यह वही जो ट्रेनिंग के लिए बूथ पर भेजी गई थी और अब इन्हें वापस लाया जा रहा है। सपा जिला अध्यक्ष के अनुसार ट्रेनिंग के लिए लाई गई को अंदर रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती है इसलिए किसी भी स्ट्रांग रूम के अंदर ना भेजा जाए इस समय कर रहे हैं प्रशासन के कार्यकर्ताओं के बाहर बने खाली स्थान पर बैठने की अनुमति दे दी गई है।

बाइट डॉक्टर पीयूष यादव, जिला अध्यक्ष, समाजवादी पार्टी


Conclusion:VO2: सपा जिला अध्यक्ष पीयूष यादव ने बताया कि चुनाव आयोग को भी महागठबंधन के कार्यकर्ताओं की तरफ से लिखित शिकायत दी गई है, जिसमें सातवें और आखिरी चरण में कई जगहों पर धांधली के मामले सामने आने की बात कही गई है। डॉक्टर पीयूष यादव का कहना है कि अजगरा विधानसभा में पैसे देकर ग्रामीण मतदाताओं के हाथ पर स्याही लगाने का मामला सामने आया था जिन को वोट नहीं डालने को मिला था और इसके साथ ही चुनाव आयोग से विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा मतदाताओं को प्रभावित करने के बारे में भी महागठबंधन के कार्यकर्ताओं ने सूचित किया है। कई जगहों पर ईवीएम खराब होने के कारण उनको बदलने की बात कही गई थी जिसके बारे में भी चुनाव आयोग को बताया गया है। पीयूष यादव का कहना है कि अगर लंबी लाइनों के बाद ईवीएम खराब हो जाती है और मतदाताओं को रोककर ईवीएम बदल दी जाती है तो इससे की व्यवस्था से ही भरोसा उठ जाएगा। साथ ही भारतीय जनता पार्टी के विधायक सौरभ श्रीवास्तव पर महागठबंधन के कार्यकर्ताओं द्वारा इस बात का भी इल्ज़ाम लगाया जा रहा है कि उन्होंने बूथ कैपचरिंग जैसा गंभीर अपराध किया है, जहां पर आए हुए मतदाताओं को मतदान ना करने देकर भारतीय जनता पार्टी के फेवर में वोट डाले गए हैं। सपा जिला अध्यक्ष का कहना है कि इन सभी मामलों की लिखित शिकायत उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नायक के यहां भी की जा सकती है और महागठबंधन के कार्यकर्ता लोकतंत्र के सजग प्रहरी के तौर पर किसी भी तरह की कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहते। 2019 के लोकसभा चुनाव की मतगणना पूरी तरह से निष्पक्ष रहे इस बात का ध्यान अब कार्यकर्ता रहे हैं।

बाइट: डॉक्टर पीयूष यादव, जिलाध्यक्ष, समाजवादी पार्टी
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.