लखनऊ: पिछले दिनों एक युवक की शिकायत पर लखनऊ पुलिस ने लखनऊ विश्वविद्यालय में चल रहे फर्जी मार्कशीट के गोरखधंधे का खुलासा किया था. इसके बाद लखनऊ पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए चार कर्मचारियों की गिरफ्तारी भी की थी. गिरफ्तारी के बाद फर्जी मार्कशीट के गोरखधंधे की तह तक जाने के लिए एसआईटी का गठन किया गया था.
- पुलिसिया कार्रवाई के दौरान लखनऊ विश्वविद्यालय के कई कर्मचारियों की संलिप्तता मिली है, जिनके खिलाफ जल्द कार्रवाई तय है.
- एसआईटी से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि लखनऊ विश्वविद्यालय में कर्मचारियों का एक नेटवर्क फर्जी मार्कशीट के धंधे में संलिप्त है.
- कुछ ऐसे भी कर्मचारी हैं जो आपस में रिश्तेदार भी हैं. इसलिए रिश्तेदार कनेक्शन को भी ध्यान में रखते हुए एसआईटी जांच कर रही है.
- लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट के तार उत्तर प्रदेश के कई विश्वविद्यालय से भी जुड़े हैं.
- पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय की एक और फर्जी मार्कशीट सामने आई थी.
- आईटी कॉलेज की पूर्व छात्रा के अंक लखनऊ विश्वविद्यालय में दर्ज अंक से भिन्न थे.
- मार्कशीट का मिलान जब लखनऊ विश्वविद्यालय के दस्तावेजों से किए गए तो फर्जी मार्कशीट होने का खुलासा हुआ.
अधिकारियों पर भी है एसआईटी की नजर
- लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट प्रकरण के खुलासे के बाद लखनऊ पुलिस कर्मचारियों की संलिप्तता तो उजागर कर चुकी है, वहीं अधिकारी भी निशाने पर हैं.
- जिस तरीके से लखनऊ विश्वविद्यालय परीक्षा विभाग से महत्वपूर्ण दस्तावेज बाहर निकाले गए हैं, ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही से इनकार नहीं किया जा सकता है.
- इस तरीके की लापरवाही के चलते एसआईटी अधिकारियों को ध्यान में रखते हुए भी जांच कर रही है.
- पिछले दिनों लखनऊ विश्वविद्यालय में दस्तावेजों के चोरी प्रकरण को छिपाने के प्रयास को भी एसआईटी ने गंभीरता से लिया है.
- हालांकि अभी तक लखनऊ विश्वविद्यालय से चोरी की घटना को लेकर कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है.
- लेकिन एसआईटी इस घटना को भी अपनी जांच में शामिल कर सबूत जुटाने में लगी है.
प्रकरण के विभिन्न पहलुओं पर जांच की जा रही है जांच में कई तथ्य सामने आए हैं तथ्यों को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जाएगी.
अमित कुमार, एसपी ट्रांस गोमती